सपा प्रवक्ता ने यूपी बजट पर उठाए सवाल, कहा पहले भी बड़ी बड़ी बातें हुई पर धरातल पर कुछ नहीं हुआ
आजमगढ़: योगी सरकार का आज नौवां बजट पेश हुआ और सरकार इसे अब तक का सबसे बड़ा बजट बता रही है । सरकार के इस बड़े बजट से उत्तर प्रदेश की जनता को बड़ी उम्मीदें थी लेकिन इस बड़े बजट को देखकर के कबीर दास का दोहा याद आता है की "बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर पंथी को छाया नहीं फल लागे अति दूर" इस बजट को देखकर प्रदेश के महिलाओं, छात्रों, नौजवानों, किसानों, बुनकरों की उम्मीदों पर भाजपाई ग्रहण लग गया है जैसे सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण लगता लगता है । विगत बजट की बात कर लिया जाए 2024- 25 में पूरे बजट का 10 महीनों में मात्र 54% बजट खर्च हुआ बाकी दो महीनों में 46% का बजट का क्या होगा या कैसे खर्च होगा यह सरकार बताए बजट में जो प्रदेश के ऊपर 8 लाख 16 हज़ार का कर्ज है इससे निपटने का क्या प्रावधान है ? प्रति व्यक्ति कर्ज़ लगभग 31 हज़ार रुपये हो गया है पीएम मोदी जी जब बोलते हैं कि देश की इकोनॉमी पांच ट्रिलियन बनाएंगे तो उनकी नकल करके योगी जी भी फेंक देते हैं कि प्रदेश की इकोनॉमी 1 ट्रिलियन बनाएंगे। लेकिन 1 ट्रिलियन इकोनामी के लिए जो रिक्वायर्ड ग्रोथ रेट है और 23% का है लेकिन करंट ग्रोथ रेट 5.8% है । ग्रोथ रेट को 23% तक ले जाने के लिए योगी सरकार के पास क्या रोड मैप है ? बजट में बड़ी-बड़ी बातें की गई रोजगार सृजन की बात की गई बेरोजगारी से, आवारा पशुओं की समस्याओं से निजात दिलाने की बात की गयी, किसानों के हित की बात समेत दर्ज़नों वादे किये गए लेकिन जो वादे अपने आठ बजट में सरकार पूरा नहीं कर पाई वो अपने आखरी से एक बजट पहले कैसे पूरा करेगी । 2027 में अखिलेश सरकार आयेगी तब जनता की उम्मीदों का सूर्योदय होगा, जनहित में बजट आयेगा और अपने किये हुए हर एक वादे को हम उसी तरह से पूरा करेंगे जैसे 2012 से 2017 के अपने कार्यकाल में किये थे ।
Blogger Comment
Facebook Comment