आरटीआई कार्यकर्ता को धमकाने के मामले में पुलिस ने की कार्रवाई
आजमगढ़। आरटीआई कार्यकर्ता की तहरीर पर ग्राम प्रधान, प्रधान पति, ग्राम विकास अधिकारी समेत सात के खिलाफ अपहृत करने का प्रयास व जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा पंजीकृत हुआ है। भ्रष्टाचार की जांच के लिए आरटीआई के तहत सूचना मांगने पर सारा बवाल खड़ा हुआ है। पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है। आईटीआई कार्यकर्ता अरूण कुमार सिंह ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसने तीन बिंदुओं पर बीडीओ हरैया से ब्लॉक क्षेत्र के बघावर गांव की सूचना मांगी थी। तीनों बिंदु गांव में हुए विकास कार्यों में भ्रष्टाचार से संबंधित था। सूचना 19 जून को मांगी गई थी। निर्धारित समय सीमा बीत जाने के बाद प्रथम अपीलीय अधिकारी सीडीओ के यहां 25 जुलाई को अपील की गई। पांच सितंबर को वह सीडीओ कार्यालय पहुंचा तो वहां ग्राम विकास अधिकारी हरैया चंद्रेश ने नाम, पता पूछा। सात सितंबर को एक काली रंग की स्कार्पियो शिवपुर थाना महराजगंज स्थित आवास पर पहुंच गई। अरूण ने बताया कि वह घर पर नही थे, पत्नी बाहर आयी तो उससे मेरे बारे में पूछताछ की गई। इसके बाद सात सितंबर को दो अलग-अलग नंबरों से फोन आया और अपहृत कर जान से मारने की धमकी भी दी गई। अरूण कुमार सिंह की तहरीर के आधार पर पुलिस ने ग्राम प्रधान संध्या सिंह, ग्राम प्रधान पति मनोज कुमार सिंह, ग्राम विकास अधिकारी हरैया चंद्रेश कुमार व चार अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया है।
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