आजमगढ़ : ‘उड़ान’ की दिशा में मंदुरी एयरपोर्ट ने एक और कदम बढ़ा लिया है। जिले वालों के लिए सुखद दिन लाने को मंदुरी एयरपोर्ट के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के योगेश भूषण की कार्यवाहक निदेशक के रूप में तैनाती की गई है। उधर, यूपी सरकार से एमओयू (समझौता) होने के बाद एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया की उड्डयन मंत्रालय से लाइसेंस लेने प्रक्रिया भी तेज रफ्तार से चल रही है। लाइसेंस मिलने के साथ ही डीजीसीए (डायरेक्ट्रेट जनरल आफ सिविल एविएशन) के यहां से उड़ान पर मुहर लग जाएगी। एएआइ के (भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण) के हाथ में सबकुछ आने के बाद उड़ान योजना जमीन पर उतरने को नित एक कदम बढ़ा रही है। रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम ‘उड़ान’ के तहत बने मंदुरी एयरपोर्ट से 21 सीटर जहाज ही उड़ान भरने वाले थे, लेकिन एएआइ की ओर से इसमें संशोधन की जानकारी मिली है। डेढ़ किमी के रनवे पर अब 42 सीटर जहाज के उड़ाने की तैयारी शुरू हो गई है। हालांकि, सरकार खुद के स्तर पर तैयारी पूरी कर चुकी है। डीएम विशाल भारद्वाज पहले ही मंदुरी हवाई अड्डे पर मौजूद सामानों की रिपोर्ट उत्तर प्रदेश नागरिक उड्डयन विभाग को भेज चुके हैं। उसके बाद भी दिल्ली से आई तकनीकी टीम के विशेषज्ञ भी निरीक्षण कर सबकुछ दुरुस्त होने के सिग्नल दिए थे। नोडल अधिकारी, प्रोजेक्ट ‘उड़ान' उत्तर प्रदेश संतोष कुमार मौर्य ने बताया कि कार्यवाहक निदेशक योगेश भूषण की नियुक्ति हुई है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय से लाइसेंस लेने की प्रक्रिया तेज गति से चल रही है। उड़ान शुरू करने को एयरपोर्ट का लाइसेंस जरूरी है, जिसके बाद डीजीसीए के यहां की प्रक्रिया शुरू होगी। नए लाइसेंस में 42 सीटर प्लेन उड़ाने की रूपरेखा तैयार हो रही है।
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