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आजमगढ़: बहुचर्चित मौर्य दंपती हत्याकांड का राजफाश, दो गिरफ्तार


37 सीसीटीवी कैमरों की जांच,32 संदिग्धों से पूछताछ व 08 का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के बाद खुला राज

आजमगढ़: अहरौला थाना पुलिस ने बीते जून माह में क्षेत्र के पारा ग्राम निवासी दंपती की हत्या कर फूलपुर कोतवाली क्षेत्र में फेंके गए शवों की बरामदगी के मामले का खुलासा करते हुए मृतकों के गांव के ही दो युवकों की गिरफ्तारी कर घटना का पर्दाफाश किया है।
गौरतलब है कि अहरौला थाना क्षेत्र के पारा ग्राम निवासी एवं जनरल स्टोर की दुकान करने वाले इंद्रपाल मौर्य पुत्र स्व० रामलगन अपनी पत्नी शकुंतला देवी का ईलाज और कारोबार से संबंधित सामान की खरीदारी करने के लिए 14 जून को जौनपुर जिले के शाहगंज बाजार गए थे। उनके साथ इंद्रपाल के साढ़ू विकास मौर्य निवासी ग्राम भरचकिया थाना क्षेत्र पवई भी अपनी पत्नी के साथ चिकित्सक के पास गए थे। दवा लेने के बाद दोनों रिश्तेदार अपने परिवार के साथ अपने घर के लिए रवाना हुए लेकिन इंद्रपाल व उनकी पत्नी शकुंतला दोनों घर नहीं पहुंचे। दूसरे दिन इंद्रपाल के भतीजे प्रदीप ने इसकी जानकारी मुकामी थाने को दी। पुलिस अभी इस मामले की छानबीन कर रही थी थी 16 जून को लापता इंद्रपाल मौर्य व उनकी पत्नी शकुंतला का शव फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के अंबारी बाजार के समीप सड़क किनारे स्थित झाड़ी से बरामद किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतकों के शरीर पर मिले चोटों के निशान के आधार पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर घटना की छानबीन शुरू कर दी। इसके लिए पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने घटना के खुलासे के लिए चार टीमों का गठन किया। हत्यारों की तलाश में जुटी पुलिस टीमों द्वारा शाहगंज बाजार व आसपास के रास्तों पर लगे 37 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का अध्ययन किया गया। संदेह के आधार पर इस मामले में 32 लोगों से आवश्यक पूछताछ की गई। इस दौरान आठ संदिग्ध लोगों की लाई डिटेक्टर टेस्ट भी कराया गया। हत्यारों की टोह में जुटी पुलिस द्वारा जुटाए गए साक्ष्य के आधार पर घटना के संबंध में प्रकाश में आए पारा ग्राम निवासी रवि सिंह पुत्र स्व० कमला सिंह एवं प्रशांत उर्फ कृष्ण कुमार सिंह पुत्र बलदेव सिंह को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए अभियुक्तों से की गई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि चुनावी एवं सरकारी राशन की दुकान से संबंधित रंजिश के साथ ही आवंटित की गई पट्टे की भूमि पर कब्जा को लेकर हुई दुश्मनी की वजह से आरोपियों द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया था। पुलिस के अनुसार दोनो पॉलीग्राफ टेस्ट कराने भी नही पंहुचे थे। वहीं पुलिस ने बताया कि आरोपी रवि सिंह के विरुद्ध अहरौला थाना के अलावा अंबेडकरनगर जिले में भी कई संगीन अभियोग पंजीकृत हैं। इस तरह अबूझ पहेली बनी इस घटना से पुलिस ने रहस्य का पर्दा उठा देने का दावा किया है। इस मामले में अन्य अभियुक्तों की संलिप्तता के बारे में पुलिस द्वारा गहनता से जांच की जा रही है।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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