गुरु श्री श्री रविशंकर जी ने ध्यान योग,प्राणायाम से अच्छे जीवन की कला सिखाया है
आज़मगढ़: गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देव महेश्वरः ,गुरुर्सक्षात परम ब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नमः की परंपरा को ध्यान में रखकर आर्ट आफ लिविंग आज़मगढ़ इकाई द्वारा गुरु पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को रात में पुरानी कोतवाली स्थित अग्रवाल धर्मशाला पर गुरु पूजा,भजन सत्संग,ध्यान का अभ्यास कर इस उत्सव को मनाया गया । इस अवसर पर उपस्थित सभी स्रोताओं ने इस आयोजन का जमकर लुत्फ उठाया । सर्वप्रथम अमित मिश्रा और प्रीती रुंगटा द्वारा गुरुपूजा सम्पन्न कराई गई । इस पूजा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बेसिक कोर्स के प्रशिक्षिक अमित मिश्रा ने इसे पूजा की सर्वोत्तम क्रिया बताया , कहा की जीवन में गुरु का स्थान सबसे ऊंचा है ,गुरु सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा देता है ।अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का मार्ग प्रशस्त करता है । उन्होंने गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देव महेश्वरः ,गुरुर्सक्षात परम ब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नमः श्लोक पर गुरु की विस्तार से व्याख्या कर जीवन में उनके महत्व को बताया । अमित मिश्रा ने कहा कि आर्ट आफ लिविंग के गुरु श्री श्री रविशंकर जी ने भी ध्यान योग प्राणायाम के माध्यम से लोगों को बेहतर तरीके से जीवन जीने की कला बताते है । ध्यान ,योग,प्राणायाम ,व सुदर्शन क्रिया सभी के तनावयुक्त जीवन को तनावमुक्त बनाती है ,जिससे शरीर में ऊर्जा का प्रवाह महसूस होता है । गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मौजूद भक्तों को आधे घंटे का ध्यान कराया गया।,जिसका उपस्थित सभी लोगों ने अच्छा प्रभाव महसूस किया । इसके बाद इलाहाबाद से पधारे आर्ट ऑफ लिविंग के प्रसिद्ध गायक राकेश और पीयूष ने अपने भक्ति गीतों नारायण नारायण जय जय गोविन्द हरे..,गुरु मेरी पूजा गुरु गोविन्द गुरु मेरा परब्रह्म गुरु भगवंत....से सभी को सराबोर कर दिया। । इस अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग के ,रविंद्र बर्नवाल के अलावा विशाल श्रीवास्तव उर्फ पट्टू सर,सुनीत गुप्ता ,धर्मेंद्र श्रीवास्तव, रमाशंकर, ई0सौरभ, संतप्रसाद अग्रवाल, कमल गुप्ता, इंदुभूषण अग्रवाल,ओमप्रकाश , खेमराज, रमाशंकर वर्मा, अजय सिंह, संतोष गर्ग, दिलीप, नीलम रुंगटा, कुमुद गुप्ता ,अर्चना सिंह सहित अनेक लोग उपथित थे ।
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