बकरीद व श्रावण आदि पर्वों के लिए डीएम ने की धर्म गुरुओं संग बैठक
आजमगढ़ : बकरीद (ईद-उल-अजहा), श्रावण मास की शिवरात्रि और रक्षाबंधन पर्व को लेकर प्रशासन की तैयारी तेज हो गई है। किसी भी पर्व में कोई नई परंपरा नहीं शुरू होने दी जाएगी। सड़क, पार्क, चौराहे या किसी सार्वजनिक स्थानों पर किसी प्रकार की नई परंपरा की शुरुआत न हो, इसे अधिकारी सुनिश्चित कराएंगे। कांवड़ यात्रा परंपरागत रास्ते से निकलेगी। सार्वजनिक स्थानों पर कुर्बानी किसी भी दशा में नहीं होने दी जाएगी। किसी भी प्रतिबंधित जानवर की कुर्बानी किसी भी दशा में नहीं करने दी जाएगी। कानून व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। शिकायत मिलने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। लाउडस्पीकर की आवाज निर्धारित डेसीबल(40-75 डेसीबल) में होनी चाहिए। सड़क पर नमाज एवं पूजा पाठ नहीं होना चाहिए। डीएम विशाल भारद्वाज व एसपी अनुराग आर्य ने कलेक्ट्रेट सभागार में धर्मगुरुओं के साथ हुई बैठक में पर्व पर व्यवस्था चुस्त-दुरस्त रखने को संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया। डीएम ने मस्जिद, ईदगाह एवं शिवालय परिसर और आसपास के क्षेत्रों की साफ-सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कहा कि कांवड़ यात्रा के लिए जल लेने जाने वाले मार्ग की सफाई एवं सड़कों की मरम्मत समय से सुनिश्चित कर लिया जाए। कांवड़ियों के मार्ग में बिल्डिंग मैटेरियल नहीं होना चाहिए। सीवीओ व ईओ नगर पालिका परिषद को निर्देशित किया गया कि बकरीद के दिन प्रतिबंधित जानवर(सुअर) किसी भी दशा में बाड़े से बाहर घूमते हुए न पाए जाएं। सीएमओ को निर्देश दिए कि पांच बड़े शिवालयों पर हेल्थ कैंप लगाकर चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित की जाए। जिन रूटों पर कावड़ यात्रा चलेगी, वहां पर हेल्थ कैंप लगाएं और वहां दवाएं भी उपलब्ध हों। सीडीओ आनंद कुमार शुक्ला, एडीएम प्रशासन अनिल कुमार मिश्र, एडीएम एफआर आजाद भगत सिंह, सीएमओ डा. इंद्रनारायण तिवारी थे।
Blogger Comment
Facebook Comment