12 वीं सीनियर नेशनल हाकी चैंपियनशिप में जलवा दिखा रहे जिले की माटी के दो लाल
आजमगढ़ : जनपद की खेल नर्सरी में तैयार हुए दो युवा असम की हाकी टीम का मान बढ़ा रहे हैं। मिड फिल्डर खिलाड़ी के रूप में दोनों की चीते जैसी तेजी से असम दूसरे मैच में शानदार जीत दर्ज कर पाई है। असम ने गोवा की टीम को 6-0 से हराकर 12 वीं सीनियर नेशनल हाकी चैंपियनशिप में शुरुआती सफर को मजबूत कर डाला है। जिले के बेडुआ गांव निवासी शिवानंद मौर्य व दुधनारा गांव के अंगद मौर्य ने जनपद के सुखदेव पहलवान स्पोर्ट्स स्टेडियम में हाकी का ककहरा सीखा। शिवानंद के पिता शमशेर मौर्य तो इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उन्होंने बेटे की खेल के प्रति रुचि को बचपन में ही भांप लिया था। उन्होंने स्टेडियम से जुड़े अपने दोस्त शेषनाथ से शिवानंद के हुनर को बताया तो करियर की राह खेल के रास्ते भी होकर गुजरने की जानकारी हुई। फिर क्या शिवानंद को स्टेडियम में सुबह-शाम खेलने की छूट मिली तो उन्होंने हाकी को पसंद किया। शिवानंद अपने दोस्त अंगद मौर्य पुत्र शिवचंद मौर्य को भी स्टेडियम ले आए। शिवचंद ने भी स्टेडियम जाने के लिए बेटे का हौसला बढ़ाया। ऐसे में रुचि तो खेल के प्रति दोनों किशोरों में थी ही, फिर राह के सारे रोड़े उनकी परिश्रम के सामने हारते गए। शिवानंद बाद में लखनऊ स्पोर्ट्स कालेज में दाखिला लिया तो अंगद को रामपुर में स्पोर्ट्स हास्टल मिल गया। पसीना बहाते गए तो असम राज्य की ओर से खेलने का मौका मिल गया। शिवानंद और अंगद ने बताया कि सात अप्रैल से 12 वीं सीनियर नेशनल हाकी चैंपियनशिप शुरू है। मैं और अंगद 16 खिलाड़ियों की टीम में मिड फिल्डर हैं। दोनों ही लोगों ने बेहतर प्रदर्शन कर टीम को 6-0 से जीत दिलाने में मदद की है। कहा कि लक्ष्य देश के लिए खेलने का है। शिवानंद के फौजी भाई सियाराम मौर्य भी हाकी के खिलाड़ी हैं।
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