ठंड के रिकार्ड तोड़ने से मुश्किल में जनजीवन, अलाव की नहीं पर्याप्त व्यवस्था
आजमगढ़: पारा लुढ़क कर रविवार की शाम को पांच डिग्री पहुंच गया है। ठंड से हर आम और खास कांप रहा है। ठंड के रिकार्ड तोड़ने की ओर बढ़ चलने से मौसम लोगों पर भारी पड़ने लगा है। आधी रात बाद जहां सड़कों की रफ्तार जहां थम जा रही है, वहीं सुबह में लोग विलंब से घरों से बाहर निकल पा रहे हैं। बावजूृद इसके रोडवेज व रेलवे स्टेशन सहित कुछ प्रमुख स्थानों को छोड़ दिया जाए तो अलाव की व्यवस्था नाकाफी है। कई स्थानों पर लोग रद्दी कागज या खरपतवार जलाकर ठंड से राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं। रात से हाड़ कंपाने वाली ठंड शुरू हो गई। तीन दिन में नम हवाओं के चलने से धीरे-धीरे ठंड बढ़ती जाती जा रही है। कृषि विज्ञान केंद्र कोटवा के प्रभारी डा. आरपी सिंह ने बताया कि इधर बीते कुछ दिनों की अपेक्षा तापमान बहुत नहीं गिरा है, लेकिन उत्तरी-पश्चिमी छोर से आ रही नम हवाओं ने वातावरण में गलन बढ़ा दी है। इससे ठंड में धीरे-धीरे उत्तरोत्तर वृद्धि ही होती जा रही है। फिलहाल रविवार को न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस था। हालांकि मौसम साफ है और सूर्य की किरणें अपनी पूरी प्रखरता से फैली हुई हैं। आसमान साफ होने से धुंध का प्रभाव ग्रामीण क्षेत्रों में भोर में कहीं-कहीं हल्का-फुल्का नजर आया। हवा तेज होने के कारण सर्दी अधिक थी। वहीं एडीएम वित्त एवं राजस्व आजाद भगत सिंह ने बताया कि शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में अलाव जलाए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित कर दी गई है। शहर के पूर्व में चिह्नित स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं। निर्देशित किया गया है कि चिह्नित स्थान पर मोटी लकड़ी ही जलाई जाए। क्योंकि पतली लकड़ी जल्द जल जाती है और जो बच जाती है, उसके गायब होने की आशंका रहती है। यदि कहीं अलाव न जलने की सूचना मिलेगी तो संबंधित की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाएगी।
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