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आज़मगढ़: धान खरीद हेतु अवशेष किसानों का सत्यापन एक हफ्ते में पूर्ण करें: कमिश्नर


भुगतान कार्य में तेजी लाएं, मिलों में धान भेजना तत्काल शुरू करें: एमडी,पीसीएफ

आज़मगढ़ 7 दिसम्बर -- मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देश धान खरीद हेतु जिन किसानों का सत्यापन अभी तक नहीं हो सका है, उनका एक सप्ताह के अन्दर हर हालत में सत्यापन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि निर्धारित अवधि के बाद किसी भी किसान का सत्यापन अवशेष नहीं मिलना चाहिए। मण्डलायुक्त श्री पन्त मंगलवार को अपने कार्यालय कक्ष में खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 मूल्य समर्थन योजनान्तर्गत धान खरीद की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने क्रय एजेन्सियों को निर्देशित किया कि क्रय केन्द्रों पर स्टाक रजिस्टर, आवक आदि को नियमित रूप से अपडेट रखना सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान कई स्थानों पर रोस्टर बना हुआ नहीं पाया गया, जिससे सुचारु रूप से धान की खरीद प्रभावित हुई है। मण्डलायुक्त ने तत्काल रोस्टर तैयार करने हेतु एजेन्सियों को निर्देशित किया। जनपदों मंे मिलों के सम्बद्धीकरण की समीक्षा में उन्होंने पाया कि मऊ में कार्यरत सभी 7 मिलों का अनुबन्ध हो गया है, जबकि बलिया में 35 मिलों के सापेक्ष कार्यरत 33 मिलों में 29 का अनुबन्ध अभी तक हुआ है। इसी प्रकार आज़मगढ़ में 53 के सापेक्ष 29 का सम्बद्धीकरण हो चुका है। इस सम्बन्ध में उन्होंने आज़मगढ़ एवं बलिया के अपर जिलाधिकारियों से कहा कि व्यक्तिगत ध्यान देकर मिलों का तत्काल सम्बद्धीकरण करायें। मण्डलायुक्त श्री पन्त ने किसानों को भुगतान किये जाने की स्थिति जायजा लेते हुए पाया कि पीसीएफ द्वारा समय से आनलाइन नहीं किये जाने से बकाया अधिक प्रदर्शित हो रहा है। इस स्थिति पर उन्होंने असन्तोष व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि जो भी भुगतान हो उसे तत्काल आनलाइन किया जाय, भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि नियमित रूप से क्रय केन्द्रों का निरीक्षण करें, जो भी कमियॉं पाई जायें उसे तत्काल दूर करायें। श्री पन्त ने आगाह किया कि यदि किसी केन्द्र पर अनियमितता की शिकायत मिलती है तो उसे गंभीरता से लिया जायेगा तथा सम्बन्धित का उत्तरदायित्व निर्धारित कर उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में यूपी पीसीएफ के प्रबन्ध निदेशक मासूम अली सरवर ने कहा कि प्रायः किसानों द्वारा हैण्डलिंग चार्ज के सम्बन्ध में शिकायतें प्राप्त होती हैं, जबकि क्रय केन्द्रों पर हैण्डलिंग चार्ज नहीं लिया जाता है, केवल उतराई, छनाई का ही चार्ज लिया जाता है। इस सम्बन्ध में उन्हों सभी एसडीएम, जिला खाद्य विपणन अधिकारियों एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि क्रय केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान इस सम्बन्ध में किसानों को अवश्य बतायें। उन्होंने मिलों में धान प्रेषण की समीक्षा में पाया कि केवल मऊ में धान भेजा गया है तथा वहॉं अग्रिम लाट भी प्राप्त की गयी है, परन्तु आज़मगढ़ एवं बलिया में अभी तक प्रेषण प्रारम्भ नहीं किया गया है। प्रबन्ध निदेशक श्री सरवर ने इस सम्बन्ध में सम्बन्धित एडीएम को निर्देश दिया कि इस ओर ध्यान देकर तत्काल मिलों को धान का प्रेषण सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि भुगतान की ऑनलाइन फीडिंग समय से करायें। श्री सरवर ने कहा कि यद्यपि कि बोरे पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं, फिर भी यदि कहीं बोरे की समस्या आती है तो मिलरों से प्राप्त करें। इसके अतिरिक्त भी उन्होंने कतिपय अन्य बिन्दुओं पर महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिया। बैठक में संभागीय खाद्य नियन्त्रण राममूर्ति पाण्डेय ने बताया कि मण्डल में कुल 243300 एमटी धान की खरीद का लक्ष्य है, जिसमें आज़मगढ़ हेतु 77700 एमटी, मऊ हेतु 41200 एमटी तथा बलिया हेतु 124400 एमटी लक्ष्य निर्धारित है। उन्होने बताया किया कि मण्डल के जनपदों में कुल 4 एजेन्सियों धान क्रय हेतु 191 क्रय केन्द्र स्थापित किये गये हैं, जिसमें आज़मगढ़ में 66, मऊ में 45 एवं बलिया में 80 क्रय केन्द्र हैं।
इस अवसर पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सगड़ी गौरव कुमार, अपर आयुक्त (न्यायिक) हंसराज, एडीएम आज़मगढ़ आज़ाद भगत सिंह, एडीएम मऊ बीपी सिंह, एडीएम बलिया आरके सिंह, आज़मगढ़, मऊ एवं बलिया के जिला खाद्य विपणन अधिकारी क्रमशः गोविन्द उपाध्याय, विपुल कुमार सिंह, अविनाश चन्द्र सागरवाल, तीनों जनपद के सभी एसडीएम सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी रहे।

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