आठ माह की गर्भवती थी महिला, पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा
बरदह थाना क्षेत्र के महुजा नेवादा गांव का मामला, दी गई तहरीर
आजमगढ़: गर्भवती महिला को त्वरित व सही उपचार न मिलने से हालत गंभीर हो गयी। परिवार के लोग जबतक उसे जौनपुर जिला अस्पताल ले जाते रास्ते में ही जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गयी। परिवार के लोगों ने एएनएम सेंटर पर तैनात एएनएम पर गलत दवा देने का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बरदह थाना क्षेत्र के महुजा नेवादा गांव निवासी अखिलेश की पुत्री नीलम 23 की शादी तीन वर्ष पूर्व दीदारगंज थाना क्षेत्र के धंगवल गांव निवासी अर्जुन से हुई थी। नीलम आठ महीने की गर्भवती थी। वह प्रसव के लिए मायके आयी थी। गुरुवार को अचानक नीलम के पेट में दर्द होने लगा। इसके बाद पिता अखिलेश नीलम को महुजा एएनएम सेंटर ले गए। वहांए एनम द्वारा दवा देने पर दर्द कम हुआ तो एएनएम के कहने पर सभी घर चले गए। घर पहुंचते ही न केवल नीलम का दर्द बढ़ गया बल्कि उसे उल्टी भी होने लगी। लोग उसे दोबारा एएनएम सेंटर पर ले गए तो वहां से उसे जौनपुर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। जौनपुर जाते समय रात करीब आठ बजे रास्ते में उसकी मौत हो गई। इसके बाद नीलम के पिता शव को बरदह थाना लेकर पहुंच गए। नीलम के पति ने गलत दवा देने का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी। थाना प्रभारी हिमेंद्र सिंह का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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