.

.

.

.
.

आज़मगढ़: अतिवृष्टि के बाद चौथे दिन भी स्थित नहीं हुई सामान्य,जागा प्रशासन



एसडीएम सदर ने किया निरीक्षण,सुनी पीड़ा, पर नालों पर अतिक्रमण से स्तब्ध हुए

अभी भी निचले इलाकों की लगभग 50 हजार की आबादी प्रभावित

आजमगढ़: अतिवृष्टि से त्राहि-त्राहि कर रही जनता की सुधि लेने आखिरकार जिला प्रशासन की संवेदना जागी। वह भी जब कि निचले इलाकों की लगभग 50 हजार आबादी के कुछ प्रबुद्धजन व युवाओं ने आवाज बुलंद की और सड़क पर उतर आए। एसडीएम सदर वागीश कुमार शुक्ला ने पानी से घिरे कई मोहल्लों का निरीक्षण किया लेकिन फौरीतौर पर जलनिकासी की व्यवस्था करने में असहाय दिखे। नालों पर किए गए अतिक्रमण के पास जाकर प्रशासन का पहिया जाम हो गया। शहर के बागेश्वर नगर से लेकर बड़ा गणेश मंदिर के समीप रामघाट तक मिनी बाईपास को लगभग दो दर्जन स्थानों पर अपनी सुविधा के लिए लोगों ने काटकर संपर्क मार्ग बना दिया है। हालांकि, कभी गोदामघाट से होते हुए बिट्ठलघाट, गुरुरटोला गुरुघाट, रामघाट होते हुए बागेश्वर नगर(बवाली मोड़) के समीप से होकर तमसा नदी बहती थी। समय के साथ धारा बदली तो गोदामघाट से गुरुघाट, रामघाट होते हुए बागेश्वर नगर तक धारा बदल गई। समय के साथ आबादी बढ़ी तो बहुमंजिला मकान बन गए। वर्तमान में हालात यह हो गए हैं नदी के स्थान पर नाला बना, उस पर भी अतिक्रमण कर लिया गया। अब नए उपजे हालात से उबरने के लिए प्रशासन को मशक्कत करनी पड़ रही है। एसडीएम ने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका विकास कुमार को निर्देश दिए कि जहां-जहां अतिक्रमण कर या फिर रास्ता बनाकर नालों को अवरुद्ध किया गया है, उसे जेसीबी लगाकर खोदवा दिया जाए।

Share on Google Plus

रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

आजमगढ़ लाइव-जीवंत खबरों का आइना ... आजमगढ़ , मऊ , बलिया की ताज़ा ख़बरें।
    Blogger Comment
    Facebook Comment