अफसरों ने अभद्रता के आरोप लगा दी तहरीर, कारोबारी ने कहा 20 लाख न देना विवाद का जड़
दिन में 11 बजे फैक्ट्री में जांच को घुसे अफसर रात साढ़े आठ बजे तक खंगाले गए रिकार्ड
बिंद्राबाजार (आजमगढ़) : देश की प्रतिष्ठित नेशनल इंडस्ट्रीज के यहां जीएसटी अधिकारियों के छापा मारने के दौरान बवाल हो गया। छापा मारने पहुंचे अधिकारियों ने अपने साथ हुई अभद्रता व जांच में सहयोग न करने संबंधी एक नोटिस कंपनी के बाहर चस्पा कर दिया। उसके बाद गंभीरपुर थाने पर तहरीर देने जा पहुंचे। उधर नेशनल इंडस्ट्री के मालिक अब्दुल्ला रहमान ने बताया कि पूरे दिन अधिकारियों ने जांच के नाम पर परेशान किया। मजदूरों को काम करने से रोक दिया। जरूरी कागजात उठा फेंक कर दबाव बना रहे थे। मुझसे एक कागजात पर दस्तखत करने को कहा गया, उसे पढ़ने को मांगा तो अधिकारी भड़क गए। सारी फसाद के पीछे 20 लाख रुपये देने से इंकार करना अहम है। मैं भी कानूनी कार्रवाई के लिए तहरीर दूंगा। वाराणसी, आज़मगढ़, बलिया व मऊ के जीएसटी अधिकारी व एसआइबी की टीम गुरुवार को दिन में 11 बजे बिंद्रा बाजार स्थित नेशलन इंडस्ट्री पर जांच को जा धमकी। मीडिया ने बात करने की कोशिश की तो दो टूक मना कर दिया गया। देर शाम जब अधिकारी फैक्ट्री से बाहर निकले तो गेट पर कंपनी प्रबंधन पर कई आरोप जड़ते हुए नोटिस चस्पा किया। सवाल करने पर बोले जांच में सहयोग करने के बजाए अभद्रता की गई है। छापामार दल में 40 से भी ज्यादा अधिकारी शामिल रहे। उधर कंपनी प्रबंधन ने कहाकि छापामार दल ने काउंटर से बिल और डाक्यूमेंट्स फेंक दिया। जबकि हम सभी तरह के कागजात उपलब्ध कराने को तैयार थे। जांच टीम मेें डिप्टी कमिश्नर विनय कुमार गुप्त, वाराणसी के मदन लाल, मऊ के असिस्टेंट कमिश्नर सचल दल अरविंद पाठक, आजमगढ़ के राजेंद्र पांडेय, बलिया के वाणिज्य कर अधिकारी व सचल दल प्रभारी राजकुमार शामिल थे। फिलहाल जांच में अधिकारियों ने किसी कमी की जानकारी नहीं दी है। गंभीरपुर थाने की प्रभारी ज्ञानु प्रिया ने कहाकि विवाद की सूचना पर मैं मौके पर गई थी। जीएसटी के अधिकारी थाने पर आए हैं, तहरीर देंगे तो उस मुताबिक छानबीन के बाद कार्रवाई की जाएगी।
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