काल सेंटर की आड़ में गरीबों की गाढ़ी कमाई बैंकों से उड़ाने का करते थे अपराध
क्रेडिट कार्ड का लिमिट बढ़ाने के नाम पर ओटीपी प्राप्त कर करते थे ठगी
आजमगढ़ : दिल्ली में काल सेंटर की आड़ में साइबर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने उसकी माद में पहुंचकर गिरफ्तार किया है। हत्थे चढ़े साइबर बदमाश ने पूछताछ में अपना गुनाह कुबूल करते हुए गिरोह में करीब 17 लोगों के शामिल होने की सनसनीखेज जानकारी दी। साइबर थाने की पुलिस के आपरेशन को एसपी सुधीर कुमार सिंह ने बड़ी सफलता बताया है। उन्होंने कहाकि पुलिस गिरोह के तह तक पहुंच जनता को लूटने वाले के गिरोह के एक-एक गुनहगार को सलाखों के पीछे पहुंचाएगी। साइबर क्राइम थाना के प्रभारी इंस्पेक्टर राजेश यादव ने बताया कि शहर कोतवाली क्षेत्र के मड़या मोहल्ला निवासी विवेक अस्थाना ने 21 नवंबर 2020 को मुकदमा दर्ज कराया था। उनका कहना था कि कस्टमर केयर काल सेंटर के नाम से बीते माह साइबर अपराधियों ने फोन कर उनसे आईसीआइसीआइ बैंक व इंडसइंड बैंक के क्रेडिट कार्ड का डिटेल ले कर अपने पास ओटीपी प्राप्त कर लिया। उसके बाद दोनों ही बैंक खाताें से करीब 1.35 लाख रुपये निकाल लिए। केस की छानबीन शुरू हुई तो गिरोह के तार दिल्ली से जुड़ते मिले। पता चला कि साइबर गैंग दिल्ली में काल सेंटर की आड़ में लोगों को लूट रहा है। साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने दिल्ली में छापेमारी की साइबर अपराधी अभिषेक कुमार निवासी वी-16 पुराना नांगल, थाना दिल्ली कैण्ट जिला दक्षिणी दिल्ली हत्थे चढ़ गया। उससे पूछताछ के बाद एसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि अभिषेक का दोस्त मयंक जो सुभाष नगर दिल्ली का रहने वाला हैं। सात माह पूर्व पश्चिम बिहार रेडिसन होटल के पीछे भैरो एनक्लेव फस्र्ट फ्लोर पर काल सेंटर चलाता था। उसके यहां अलग-अलग स्थानों के 15-20 युवा कार्य करते थे। मयंक जो क्रेडिट कार्ड की डिटेल (नाम, पता, मोबाइल नंबर, क्रेडिट कार्ड नंबर, सीवीवी नंबर) थर्ड पार्टी से प्राप्त कर उसे कस्टमर केयर बनकर काल कर जरूरी जानकारी लेकर रुपये ऐंठ लेते थे। हालांकि, फिलहाल वहां काल सेंटर पर ताला चढ़ा हुआ है।
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