तीनो जिलों की प्रत्येक ग्राम पंचायत से 100 पात्रों को चिह्नित करने की प्रक्रिया पूरी
ग्रामीण क्षेत्र के रेहड़ी, पटरी, राजमिस्त्री, धोबी, बढ़ई, नाई, सब्जी, फल विक्रेता आदि को मिलेगा भरण पोषण भत्ता
आजमगढ़: कोरोना काल में तमाम लोग अपने घर लौट कर आ गए हैं और स्वरोजगार शुरू करने की तैयारी में लगे हैं। कोरोना कर्फ्यू के कारण भी तमाम लोगों का काम-धंधा बंद रहा। अब सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे लोगों की तलाश कर उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने की कवायद शुरू की है। मंडल के तीनों जिलों में ग्रामीण क्षेत्र के रेहड़ी, पटरी, राजमिस्त्री, धोबी, बढ़ई, नाई, सब्जी, फल विक्रेता आदि के 3,46,900 लाभार्थियों को एक-एक हजार रुपये भरण-पोषण भत्ता प्रदान किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र के दिहाड़ी मजूदर और प्रवासी कामगार कोरोना की दूसरी लहर में भी बेरोजगार हो गए हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र के श्रमिक, रेहड़ी-पटरी वालों को स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए हर स्तर पर मदद की पहल की है। इसी पहल के चलते भरण-पोषण भत्ते के रूप में इन्हें एक-एक एक हजार रुपये दिए जाएंगे। इसके लिए संबंधित जिलों की प्रत्येक ग्राम पंचायत से 100 पात्रों को चिह्नित करने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। आर्थिक आकलन के बाद तहसील मुख्यालयों से प्राप्त पात्रों की सूची राहत पोर्टल पर फीड की जा रही है, जिसे 16 जून तक शासन को प्रेषित कर देना है।
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