उ०प्र० किसान सभा ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा
आजमगढ़ : किसान आंदोलन के समर्थन में चल रहे देशव्यापी आंदोलन के क्रम में शनिवार को जिले में भी किसानों ने विरोध प्रदर्शन के बाद डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा गया। उत्तर प्रदेश किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष इम्तेयाज बेग के नेतृत्व में राष्ट्रपति को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी को शनिवार को सौंपा गया। इसके बाद प्रदर्शन करते हुए किसानों के साथ अन्याय का आरोप लगाते हुए तीनों संशोधित कानूनों को वापस लेने की मांग की गई। प्रदेश अध्यक्ष इम्तेयाज बेग ने कहा कि सत्ता के नशे में चूर केंद्र सरकार किसानों की परेशानियों को सुनना-समझना नहीं चाहती है। पूंजीपतियों को दिल खोलकर लाभ पहुंचाने वाली सरकार किसानों के नाम पर हमलावर नजर आ रही है। सरकार को अपनी नीतियों में बदलाव करना होगा अन्यथा देश में जब अन्नदाता ही खुश नहीं होगा तो निकट भविष्य में इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। समय रहते किसानों की मांगों को सरकार सुने और खुले मन से उस पर विचार विमर्श करते हुए समस्याओं का निदान कराए। खरपत्तू राजभर, सूबेदार, रामचंदर यादव, विनोद यादव, रामनेत यादव, शमसेर, शहनवाज, अशोक राय, वसीर मास्टर, गुलाब मौर्या, जियो लाल, सुरेन्द्र यादव आदि शामिल रहे।
इसी क्रम में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान संगठन व नागरिक मंच के साथियों ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने, एमएसपी को कानूनी गारंटी देने, किसानों को कर्ज मुक्त करने और 26 जनवरी को गिरफ्तार सभी किसानों को तत्काल रिहा करने की मांग को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा और नारेबाजी की। प्रतिरोध मार्च में जयप्रकाश नारायण, रविद्र नाथ राय, दुखहरण राम, इंद्रासन सिंह, विनोद सिंह, वेद उपाध्याय, जियालाल, रामदवर राम, रामराज, रामजन्म यादव रामाश्रय यादव, रामजीत प्रजापति, बसंत, अनिकेत आदि शामिल रहे।
Blogger Comment
Facebook Comment