हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति ने न्यायाधीशों की उपस्थिति में वर्चुअल शिलान्यास किया
आजमगढ़: लगभग 16 करोड़ की लागत से सिविल लाइन स्थित जजेज कैंपस में 25 न्यायिक अधिकारी (टाइप-5) का आवास बनेगा, जिसका शिलान्यास शुक्रवार को हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति गोविंद माथुर, पंकज मित्तल वरिष्ठ न्यायाधीश लखनऊ पीठ एवं न्यायमूर्ति सूर्य प्रकाश केसरवानी प्रशासनिक न्यायाधीश की उपस्थिति में वर्चुअल (आनलाइन) माध्यम से किया गया। एनआइसी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य न्यायमूर्ति ने कहा कि आवास की अनुपलब्धता के कारण न्यायिक अधिकारियों को न्यायिक कार्य के सुचारू रूप से संपादन में कठिनाई हो रही थी। मुख्य न्यायाधिपति ने न्यायिक कार्य के सुचारू रूप से निष्पादन के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता पर जोर दिया। कार्यदायी संस्था को गुणवत्तापूर्ण व समय सीमा के अंदर निर्माण कराने एवं जनपद न्यायाधीश को कार्य की गुणवत्ता की निगरानी के निर्देश दिए। जनपद न्यायाधीश दिनेश चंद्र ने बताया कि शासन से 6.38 करोड़ रुपये कार्यदायी संस्था कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज को भेजा गया है। उन्होंने मुख्य न्यायाधीश एवं अन्य न्यायमूर्ति का स्वागत किया। प्रज्ञा सिंह अपर प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय ने सभी न्यायमूर्ति एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों के प्रति धन्यवाद प्रस्तुत किया। इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय लालता प्रसाद-द्वितीय, एसपी सुधीर कुमार सिंह, वरिष्ठ अपर जिला जज अल्पना, विशेष न्यायाधीश (एससी/एसटी एक्ट) एसएन त्रिपाठी, अपर जिला जज सौरभ सक्सेना, मुख्य न्यायक मजिस्ट्रेट श्रद्धा त्रिपाठी, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रणविजय सिंह, एडीएम प्रशाशसन नरेंद्र सिंह, दीवानी न्यायालय अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव मंत्री अनिल कुमार राय व अन्य गणमान्य व्यक्ति थे।
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