पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लगभग 84 किमी का हिस्सा जनपद से होकर गुजर रहा है
आजमगढ़। प्रदेश सरकार की उच्च प्राथमिकता में शामिल पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की भौतिक प्रगति के निरीक्षण के लिए यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी शनिवार को जनपद पहुंचेंगे। कार्यक्रम मिलने के बाद जिला प्रशासन की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है। आलोक टंडन, अवसंरचना और औद्योगिक विकास आयुक्त और अवनीश अवस्थी अपर मुख्य सचिव, गृह व मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा तथा आलोक कुमार अपर मुख्य सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास का जनपद भ्रमण कार्यक्रम के अन्तर्गत दिनांक 07 नवम्बर 2020 को राजकीय हेलीकाप्टर द्वारा जनपद सुल्तानपुर से प्रस्थान कर 12ः05 बजे कैम्प आफिस पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, पैकेज-06 चैनेज 231+400 (जनपद आजमगढ़) में आगमन होगा। तत्पश्चात 12ः05 बजे से 13ः00 बजे तक एक्सप्रेव के पैकेज 6 का निरीक्षण व पैकेज 5 व 6 के निर्माण कार्याें की समीक्षा की जायेगी। उसके बाद अवसंरचना और औद्योगिक विकास आयुक्त, अपर मुख्य सचिव, गृह व मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा तथा अपर मुख्य सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास 13ः30 बजे पूर्वांचल एक्सप्रेव, पैकेज-06 से राजकीय हेलीकाप्टर द्वारा जनपद गाजीपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। बता दें कि लखनऊ के चांद सराय से गाजीपुर के हैदरिया तक बनने वाले 340 किलोमीटर लंबे सिक्स लेन के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लगभग 84 किमी का हिस्सा जनपद से होकर गुजर रहा है। एक्सप्रेस-वे सुल्तानपुर जनपद से होकर फूलपुर तहसील के खंडौरा से जनपद आजमगढ़ में प्रवेश करता है। वहीं, सदर तहसील के केरमा से मऊ जनपद में प्रवेश कर जाता है। 84 किमी का हिस्सा जनपद की चार तहसीलों से होकर गुजर रहा है। इस परियोजना से चार तहसील के 110 गांव लाभान्वित हो रहे हैं। इसमें सदर तहसील के 41, सगड़ी के 15, निजामाबाद के 22 और फूलपुर के 32 गांव शामिल हैं। इन गांव में 18507 किसानों से कुल 908.1682 हेक्टेयर भूमि किसानों से ली जानी है। वहीं, 112 हेक्टेयर ग्राम समाज की भूमि पुनर्ग्रहित और विनियमित की जा चुकी है। इसी वर्ष नौ फरवरी को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनपद में पहुंचे थे। किशुदासपुर स्थित पैकेज-6 के कैंप कार्यालय में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण की समीक्षा की थी। उस समय लगभग 35 फीसद काम पूरा होने की बात कही जा रही थी। मुख्यमंत्री ने एक्सप्रेस-वे के कार्यों से संतोष जताते हुए दीपावली तक मेन एक्सप्रेस-वे को आवागमन के लिए खोलने का दावा भी किया था। इस बीच कोरोना महामारी के कारण प्रदेश में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया। लॉकडाउन के कारण लगभग दो माह तक एक्सप्रेस-वे का भी कार्य बुरी तरीके से प्रभावित रहा। लॉकडाउन खुलने के बाद एक्सप्रेस-वे का निर्माण एक बार फिर तेजी के साथ किया गया। इसके बाद नौ अगस्त को अवनीश अवस्थी ने परियोजना की प्रगति जांची थी। इस दौरान एक्सप्रेस-वे को खोलने की टाइम लाइन बढ़ाकर जनवरी तक खोलने का दावा दिया गया था। शनिवार को वो प्रगति की फिर समीक्षा करेंगे। मुख्य राजस्व अधिकारी हरिशंकर ने बताया कि यूपीडा के सीईओ का कार्यक्रम मिल गया है। उनके आगमन को लेकर के तैयारियां शुरू कर दी गई है।
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