1968 के शहीद मजदूर नेताओं के बलिदान को याद करते हुए वर्तमान में सरकार की श्रम विरोधी नितियों के खिलाफ शहीद दिवस मनाया -आनन्द कुमार सिंह
आजमगढ़: बीएसएनएल ईम्पलाइज यूनियन जनपद इकाई ने केंद्रीय नेतृत्व के आह्वाहन पर शहीद दिवस के रूप में मनाया। शहीद दिवस को सम्बोधित करते हुए जिला सचिव आनन्द कुमार सिंह ने बताया कि आज ही के दिन 19 सितम्बर 1968 को श्रमिकों के अधिकार को लेकर केंद्रीय कर्मचारियों की देशव्यापी ऐतिहासिक हड़ताल हुईं थी। जिसमें बोगाई गाँव और इन्द्रप्रस्थ में सरकार की दमनकारी कारवाई में कई मजदूर नेता शहीद हो गये थे पर उसके बाद ही भारत में श्रमसुधारो को लागू करने पर सरकार मजबूर हुई। आज के दौर में सरकार फिर कर्मचारियों, श्रमिकों, मजदूरों के हितों की अनदेखी कर पूंजीपतियों के साथ खडी़ है. निजीकरण के माध्यम से नौकरियां खतरे में हैं. सरकारी तंत्र को कमजोर कर पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। बीएसएनएल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। रिलायंस जियो को लाभ पहुँचाने के लिए बीएसएनएल को 4जी नहीं दिया जा रहा है। एअरपोर्ट से लेकर रेलवे स्टेशन तक को निजी हाथों में दिया जा रहा है। ऐसे 1968 के उन शहीदों के बलिदान को याद करते हुए हम वर्तमान में सरकार की श्रम विरोधी नितियों के खिलाफ आज शहीद दिवस मना रहे हैं। सरकार को हमारी चेतावनी है कि देश की जनता अपने अधिकारों के लिए लड़ने कृत संकल्पित है। कार्यक्रम का संचालन जिला सचिव आनंद कुमार सिंह ने किया। बीएसएनएल एंप्लाइज यूनियन के सहायक जिला सचिव पंचानन्द राय, एसपी पांडे, अशोक तिवारी, मुन्नी लाल यादव, अशोक यादव, श्याम नारायन यादव, राम प्रकाश सिंह, प्रशांत यादव, महेश राम, रविंदर नाथ राय, राजेश चौबे, अब्दुल हन्नान, वीरेंद्र चौबे, रामचंद्र यादव, संतोष सिंह आदि मौजूद रहे।
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