कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को अपने व्यवहारिक जीवन में उतारना होगा- श्रीमती अमितलता सिंह
आजमगढ़। वीरागंना शाखा की महिलाओं ने मातृ दिवस पर राहुल सांकृत्यायन महिला चिकित्सालय पहुंचकर गर्भवती व प्रसुताओं को फल और मास्क वितरित किया गया। इस दौरान वीरांगना सचिव पुष्पाजंलि गुप्ता व महिला संयोजक छाया अग्रवाल ने बताया कि सभी के जीवन में मां का अहम रोल है, मां ही बच्चों में संस्कार पिरोने का काम करती है। अमितलता सिंह ने बताया कि बच्चा का जब दुनिया में आता है, तो उसका पहला रिश्ता मां से होता है। एक मां शिशु को पूरे 9 महीने अपनी कोख में रखने के बाद असहनीय पीड़ा सहते हुए उसे जन्म देती है और इस दुनिया में लाती है। इन नौ महीनों में शिशु और मां के बीच एक अदृश्य प्यार भरा गहरा रिश्ता बन जाता है। यह रिश्ता शिशु के जन्म के बाद साकार होता है और जीवन पर्यन्त बना रहता है। ममता और स्नेह के इस रिश्ते को संसार का खूबसूरत रिश्ता कहा जाता है। इसलिए वीरांगना शाखा द्वारा इन माताओं को अस्पताल में पहुंचकर फल और मास्क वितरित किया गया। श्रीमती सिंह ने लोगों से अपील किया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को अपने व्यवहारिक जीवन में उतारना होगा तभी हम अपना और अपने समाज की रक्षा कर सकते है। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष किरन अग्रवाल, किरण श्रीवास्तव, सुमन सिंह, अमितलता सिंह आदि शामिल रही।
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