कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 15 टीमों में 60 डाक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों ने कामगारों की स्क्रीनिंग किया
अलग अलग रुट पर घर पंहुचाने को लगाई गईं थी 46 बसें , स्टेशन पर आला अधिकारियों ने संभाला था मोर्चा
आजमगढ़ : श्रमिक स्पेशल ट्रेन से गुरुवार को 1188 कामगार रेलवे स्टेशन पहुंचे तो उनके चेहरे पर थकावट के साथ संतोष के भाव दिखने लगे। इनमें एक आंबेडकरनगर, एक इलाहाबाद और दो जौनपुर जिले के लोग भी शामिल थे। स्टेशन पर पहुंचते ही सभी ने हाथ हिलाकर खुशी का इजहार किया। उनको स्टेशन पर उतारने से लेकर घर पंहुचाने तक प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किये थे। उन्हें घर पहुंचाने को सरकार ने 46 बसें लगाई थी। श्रमिक स्पेशल पहुंचने की पूर्व संध्या पर ही प्रशासन ने रणनीति मुताबिक सबकुछ अंजाम तक पहुंचाने की रुपरेखा तैयार कर ली थी। डीएम नागेंद्र प्रसाद सिंह व एसपी प्रो. त्रिवेणी प्रसाद ने सुबह पहुंचकर व्यवस्था का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सर्कुलेटिग एरिया से लेकर प्लेटफार्म तक पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सीएमओ की देखरेख में मेडिकल परीक्षण के लिए 15 टीमों में 60 डाक्टर व स्वास्थ्यकर्मी लगाए गए थे। बारी-बारी से सभी की स्क्रीनिग करने के बाद काउंसिलिग की जा रही थी। इस दौरान शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए एक मीटर की दूरी पर गोला बनाया गया था। यात्रियों को बाहर जाने के लिए दो रास्ते तय किए गए थे। बारी-बारी से बोगियों को खोलकर यात्रियों को मेडिकल परीक्षण के लिए लगे काउंटर की ओर भेजा जा रहा था। उसके बाद वे बसों की ओर बढ़ रहे थे। मार्टीनगंज तहसील क्षेत्र के रहने वाले कुछ लोगों को उस समय थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा जब पता चला कि उस क्षेत्र को जाने वाली बस भर गई है लेकिन जानकारी मिलने पर प्रशासन ने दूसरी बस की व्यवस्था कराई। बसों के आसपास तैनात कर्मचारी घर का पता पूछने के बाद बता रहे थे कि किस बस में सवार होना है। इससे पहले सुबह पहले ही स्टेशन परिसर की सफाई के साथ सैनिटाइज किया गया। ध्वनि विस्तारक यंत्र से जरूरी सुझाव दिया गया। यात्रियों से कहा गया कि वे जब तक न कहा जाए तब तक बोगी में बैठे रहें। बारी-बारी से बोगियों से उतरने के बाद सभी का नाम व पता नोट किया गया।
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