सत्यापन में कुल सात सड़कों की स्थिति बहुत ही खराब मिली, कमिश्नर ने तीन जिलों के अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई करने की संस्तुति शासन को भेजी
आजमगढ़ : मंडल के तीनों जिलों में गड्ढामुक्त सड़कों के स्थलीय सत्यापन में कुल सात सड़कों की स्थिति बहुत ही खराब मिली। कमिश्नर कनक त्रिपाठी ने इसे गंभीरता से लिया है। उन्होंने अनियमितता और शासकीय धनराशि के दुरुपयोग की आशंका को देखते हुए तकनीकी समिति गठित कर शत- प्रतिशत जांच कराने और तीनों जिलों के अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता, अवर अभियंता एवं अन्य दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई किए जाने की संस्तुति शासन को भेजी है। उन्होंने बताया कि उनके जनपद भ्रमण के दौरान सड़कों की स्थिति अत्यंत खराब मिली। आमजन से भी सड़कों को गड्ढामुक्त किए जाने में मानक एवं गुणवत्ता की अनदेखी किए जाने, घोर अनियमितता बरतने के संबंध में लगातार शिकायतों मिल रहीं थी। वर्ष 2019-20 में गड्ढामुक्त सड़कों का रैंडम आधार पर स्थलीय सत्यापन करने का निर्णय लिया गया। लोक निर्माण विभाग की गड्ढामुक्त कराई गई सड़कों की सूची में आजमगढ़ एवं मऊ की 55-55 एवं बलिया की 81 सड़कें शामिल हैं। स्थलीय सत्यापन मंडलीय अधिकारियों से कराया गया था। जिसमें आजमगढ़ में पांच, मऊ में सात और बलिया में पांच सड़कों की स्थिति बहुत ही खराब मिली। पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा भ्रामक एवं त्रुटिपूर्ण सूचना उपलब्ध कराई गयी है। जिससे शासकीय धनराशि का व्यापक पैमाने पर दुरुपयोग किये जाने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है।
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