नाकाम है प्रदेश सरकार, मजदूरों, गरीबों को खाद्यान्न के साथ-साथ 5 हजार रूपया भी दिया जाय- समाजवादी पार्टी
आजमगढ़ : समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल ने कमिश्नर आजमगढ़ व जिलाधिकारी से मिलकर 9 सूत्रीय माॅग पत्र प्रस्तुत किया। प्रतिनिधिमंडल में निवर्तमान जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, विधायक श्री आलमबदी, विधायक नफीस अहमद व पूर्व सांसद बलिहारी बाबू थे। माॅग-पत्र में कोरोना से व अन्य समस्याओं से सम्बन्धित ज्ञापन कमिश्नर महोदय के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को व जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल महोदय उ0प्र0 को दिया गया। माॅग-पत्र में इस बात को सन्दर्भित किया गया है कि इस संकट की घड़ी में अन्य प्रान्तों में रोजी-रोजगार के लिए गये प्रवासी मजदूरों को मानवतापूर्ण व्यवहार नहीं किया गया उन्हें रहने व खाने-पीने की सुबिधाएं सरकार ने नहीं दिया है । लोग भूखे प्यासे हजारों कि0मी0 पैदल चले। यह देश प्रदेश की सरकारों की भयंकर नाकामी रही। वहीँ अब विपक्ष की माॅग पर किसी तरह लोगों को पहॅुचाने का सरकार ने निर्णय लिया। लेकिन उनसे किराया वसूला गया, यह अत्यन्त संवेदनहीनता है। प्रतिनिधिमंडल ने माॅग किया कि मजदूरों, गरीबों को खाद्यान्न के साथ-साथ 5 हजार रूपया भी दिया जाय। गेहूॅ के क्रय केन्द्रों पर छोटे-मझौले किसानों का गेहूॅ नहीं लिया गया। किसान मजबूर होकर औने-पौने दाम पर गेहॅू बेचने पर मजबूर हो गया। गन्ना किसानों का भुगतान अभी तक नहीं किया। उसे तुरन्त कराने की माॅग की गयी। ओलावृष्टि व बारिश होने से किसानों की फसलों के नुकसान के साथ-साथ तमाम मंडई, छप्पर के घर, टिनशेड आदि ध्वस्त हो गये। उन लोगों के फसल के साथ-साथ घर बनवाने के लिए मुआवजा दिया जाय। जिस तरह पूॅजीपतियों का कर्ज बट्टे खाते में डाल दिया गया। उसी तरह किसानों, गरीबों के कर्ज माफ कर दिये जाय। मुबारकपुर व अगल-बगल के गाॅव में तमाम बुनकर मजदूर हैं। जिनके पास खेतीबारी नहीं है। लाकडाउन की वजह से वह भूखमरी से पीड़ित हैं। उन्हें खाद्यान्न के साथ-साथ 5000/-रू0 दिया जाय। प्रदेश सरकार के निर्देश पर अल्पसंख्यकों, पिछड़ों, दलितों के साथ अन्याय हो रहा है। पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। पुलिस उत्पीड़न बन्द हो अन्यथा समाजवादी पार्टी थानों पर प्रदर्शन व धरना के लिए बाध्य होगी।
Blogger Comment
Facebook Comment