अभी ग्रीन जोन में जाने के लिए एक सप्ताह का इंतजार करना होगा, जरूरी है एहतियात बरतना - जिलाधिकारी
मेडिकल कालेज में भर्ती चार सक्रिय मरीजों के तीसरे सैंपल की जांच रिपोर्ट भी निगेटिव आई
आजमगढ़ : बुधवार का दिन आजमगढ़ जनपद के लिए काफी राहत भरी खबर लेकर आया, जब डीएम ने जिले को फिलहाल जिले को कोरोना मुक्त घोषित कर दिया , हालांकि उन्होंने इसके लिए जनता के धैर्य और अनुशासन की प्रशंसा किया वहीँ साफ़ चेतावनी भी दिया की अगर अगर पूरी तरह एहतियात न बरता गया तो संक्रमण मुक्त होने में दुविधा हो सकती है। आज जनपद में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या शून्य हो गई है। हालांकि, जनपद में भले ही कोरोना संक्रमित सक्रिय मरीजों की संख्या शून्य हो गई हो, लेकिन अभी जनपदवासियों को ग्रीन जोन में जाने के लिए एक सप्ताह का इंतजार करना होगा। गौरतलब है की कोरोना संकट के बढ़ने के समय ही दिल्ली मरकज से आये 03 जमाती मुबारकपुर के चक सिकठी स्थित मदरसे में ठहरे थे और ये कोरोना पॉजिटिव निकले , इनके सम्पर्क में आये मदरसा संचालक और अन्य 05 लोग भी बाद में पॉजिटिव पाए गए थे। अब आगे के परिक्षण में सभी नेगेटिव हुए हैं तो नए मानकों के अनुसार 21 दिन तक कोरोना संक्रमित नया मरीज नहीं मिलने पर ही जनपद आरेंज से ग्रीन जोन में आ सकता है। अभी नया मरीज 14 दिन से नहीं मिला है। इसलिए अभी सावधानी बरतने की जरूरत है। जनपद के ग्रीन जोन में जाने के बाद कुछ और सुविधाएं मिलनी शुरू हो सकती हैं। लॉकडाउन के तीसरे चरण की घोषणा के साथ ही जनपदों को जोन के रूप में रेज, आरेंज और ग्रीन जोन में बांटा गया था। इसी के आधार पर जनपदों में गतिविधियों को शुरू कराया जा रहा है। आजमगढ़ जनपद को आरेंज जोन में रखा गया है। इसके साथ ही अंतिम पॉजिटिव मरीज के मिलने की तिथि से 21 दिन तक यदि जनपद में कोई संक्रमित मरीज नहीं मिलता है तो इसके ग्रीन जोन में जाने की बात भी कही गई थी। जिलाधिकारी एन पी सिंह ने बताया की आजमगढ़ मेडिकल कालेज में भर्ती चार सक्रिय मरीजों के तीसरे सैंपल की जांच रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। गोरखपुर से रिपोर्ट आने के बाद उन्हें डिस्चार्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है । अब तक जनपद में कुल आठ कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए जा चुके हैं। इलाज के बाद सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया है।
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