मेडिकल परीक्षण और भोजन के साथ होम क्वारंटाइन का नोटिस दे रोडवेज बसों से उन्हें उनके गृह जनपद मुख्यालय में भेजा गया
आजमगढ़ : जिले में कोरोना का संक्रमण बढ़ने के बाद शनिवार को प्रशासन गंभीर हो गया। जिलाधिकारी ने बताया की शासन से प्राप्त निर्देशों के अनुरूप अब जिले की सीमाओं से प्रवेश कर रहे श्रमिकों से भरे ट्रकों को वहीँ पर रोक कर रोक कर मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा और उनको भोजन आदि दे कर उन्हें होम क्वारंटाइन का नोटिस दे रोडवेज बसों से उन्हें उनके गृह जनपद मुख्यालय में भेजा जायेगा । शनिवार को सगड़ी तहसील के पास सुबह पुलिस ने तीन ट्रक से गोरखपुर की ओर जा रहे 97 प्रवासी मजदूरों को रोक लिया। तहसील में सभी की जांच के बाद प्रशासन ने उन्हें जाने के लिए बस की सुविधा उपलब्ध कराई। मुंबई व गुजरात से घर जाने के लिए तीन-तीन हजार रुपये किराया देकर सभी लोग ट्रक से अपने-अपने गांव जा रहे थे। तहसील के पास बने बैरियर पर पुलिस ने ट्रकों से जा रहे प्रवासी मजदूरों को रोकना शुरू किया। डरे सहमे मजदूर प्रशासन से गुहार लगा रहे थे कि ट्रक को तीन-तीन हजार रुपये दिया गया है। प्रशासन ने उनकी नहीं सुनी और सभी मजदूरों को ट्रक से नीचे उतारा। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी का परीक्षण किया। तहसील में रोके गए मजदूरों के लिए नाश्ता व भोजन की व्यवस्था की गई थी। उपजिलाधिकारी सगड़ी प्रियंका प्रियदर्शी ने बताया की अजमतगढ़ पीएचसी ,सीएचसी जीयनपुर पर प्रवासी मजदूरों का परीक्षण किया गया । यह मजदूर देवरिया, महराजगंज जनपद व बिहार के निवासी हैं। मुंबई व गुजरात से घर जा रहे हैं। चेकअप के बाद सभी को रोडवेज की बसों से उनके घर भेजा गया।
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