डीआइजी के निर्देश पर मुकदमा दर्ज हुआ,डीएम ने भी पूर्व सांसद को नोटिस भेज मांगा स्पष्टीकरण
पूर्व सांसद पर पूर्व में कोरोना को लेकर विवादित बयान देने का मामला भी है दर्ज है
आजमगढ़ : कोरोना पर विवादित बयान देकर पहले भी सुर्खियां बटोर चुके पूर्व सांसद रमाकांत यादव द्वारा राशन वितरण में भीड़ बटोरने कर लॉकडाउन का अनुपालन ने करने पर डीआइजी सुभाष चन्द्र दुबे ने एसओ सिधारी को एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश दिया है। वहीँ मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी एन पी सिंह ने भी पूर्व सांसद को नोटिस भेज कर 48 घंटे में उनका जवाब माँगा है। डीआईजी ने बताया कि सामाजिक कार्य करते समय पर्याप्त दूरी बनाने का जिम्मा सभी पर है ताकि संक्रमण कमसे कम हो। मगर इसमें कोई भी लापरवाही करेगा तो सुसंगत धाराओं में मुकदमा कायम किया जाएगा। एसपी आजमगढ़ प्रो त्रिवेणी सिंह ने बताया की पूर्व सांसद पर धारा 188,269 आईपीसी और महामारी अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। आजमगढ़ जिले में कोरोना संबंधी अनहोनी के बादल मंडराने लगे हैं। बैंक, बाजार के बाद जिम्मेदारों के घरों पर भी शारीरिक दूरियां बनाए रखने की सतर्कता का पालन नहीं हो पा रहा है। मंगलवार को सपा नेता पूर्व सांसद रमाकांत यादव के शहर के परानापुर आवास पर सहायता पाने को भीड़ उमड़ी तो शारीरिक दूरियां (सोशल डिस्टेंसिंग) बनाए रखने के निर्देश की धज्जियां उड़ गईं। इस दौरान पूर्व सांसद ने कहा कि मैने शारीरिक दूरी बनवाने की कोशिश की थी। एक-एक मीटर की दूरी पर लाइन भी लगवाई, लेकिन खाद्यान्न बंटने लगा तो भीड़ उमड़ पड़ी। अबोध होने के कारण जनता कंट्रोल में न हो पाई। ऐसे में जल्दी से बांटकर सबको वापस भेज दिया गया। गौरतलब है की पूर्व सांसद के खिलाफ पहले भी कोरोना को लेकर दिए विवादित बयान का केस दर्ज हुआ था।
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