अतरौलिया स्थित 100 शैया संयुक्त जिला चिकित्सालय और वहां स्थित मैटरनिटी विंग में चिकित्सकों का है अभाव
आजमगढ़ : अतरौलिया स्थित 100 सैया संयुक्त जिला चिकित्सालय एवं उसी परिसर में 100 शैय्या युक्त मैटरनिटी विंग जिसमें प्रतिदिन लगभग 600 से 700 नए मरीजों का रजिस्ट्रेशन होता है लेकिन अपेक्षाकृत डॉक्टरों की कमी की वजह से उनका सही से इलाज नहीं हो पाता और उन्हें अन्यत्र जाने के लिए रिफर किया जाता है । इस बारे में वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर के के झा ने बताया कि हमारे यहां फिजीशियन के 2 पद हैं जो कि डॉक्टरों की कमी से खाली है ,पीडियाट्रिक्स में डॉक्टर की कमी है एक ही डॉक्टर से इलाज कराया जाता है जिसमें नवजात शिशुओ के लिए कोई भी विकल्प नहीं है। वहीं फिजियोथेरेपी की सारी व्यवस्था होने के बाद कोई फिजियोथैरेपिस्ट नहीं है तथा अस्पताल के अंदर डेंटल सर्जन की भी कमी है, फार्मासिस्ट की संख्या लोड के हिसाब से कम है । वही एक्सरे और लैब बिल्कुल सही तरीके से चल रहा है । सर्जन के हफ्ते में 3 दिन आने से मरीजों को अन्यत्र जाना पड़ता है, फिजीशियन के 2 पद है लेकिन एक ही फिजीशियन स्वीकृत है ।अगर दोनों पद स्वीकृत हो जाए तो हमारा आईसीयू और एनआईसीयू की कमी पूरी कर दी जाएगी और मरीजों का इलाज सुचारू रूप से चालू हो जाएगा । वही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौलिया के चिकित्साधिकारी डॉक्टर शिवा सिंह ने बताया कि हमारे यहां 250 से 300 रजिस्ट्रेशन नया होता है 50 %पुराने मरीज हैं यहां भी सर्जन की कमी है फिजीशियन में महिला डॉक्टर नहीं है पीडियाट्रिक्स में एमबीबीएस नहीं है एक ही महिला डॉक्टर है जो एमबीबीएस नहीं है एमडी महिला डाक्टरों की कमी है जबकि अस्पताल परिसर में प्रसव सेवा भी चालू रहती है। उन्होंने बताया कि अगर इन्हीं रिक्त पदों को स्वीकृत कर दिया जाए तो मरीजों को काफी सहूलियत मिलने लगेगी।
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