छापेमारी में दो लैपटाप,एक प्रिटर, तीन मोबाइल फोन, दो एटीएम कार्ड, तीन पासबुक, चेक आदि के अलावा 12440 रुपये भी बरामद किया गया
आजमगढ़ : जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के अंजान शहीद बाजार में गुप्ता ट्रेवल्स की दुकान के संचालक अवैध साफ्टवेयर के जरिए रेलवे का टिकट निकालकर रेलवे विभाग को चूना लगाने वाले दो सगे भाईयों को शुक्रवार को आरपीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। दूसरे दिन शनिवार को दोनों का चालान कर दिया गया। गिरफ्तार लोगों में विजय कुमार गुप्ता (33) व दुर्गा प्रसाद गुप्ता (50) पुत्रगण महंगू प्रसाद निवासी अंजान शहीद शामिल हैं। इसके अतिरिक्त अन्य आरोपित रतन लाल गुप्ता पुत्र राम अवतार गुप्ता, आजम, संतोष कुमार गुप्ता व तारिक निवासी फूलपुर, इलाहाबाद को वांछित घोषित किया गया है। छापेमारी के दौरान आरोपितों के पास से दो लैपटाप, एक प्रिटर, तीन मोबाइल फोन, दो एसबीआइ व एक यूबीआइ के एटीएम कार्ड, तीन पासबुक, चेक आदि के अलावा 12440 रुपये भी बरामद किया गया। बताया जाता है कि ई-टिकट लखनऊ के फर्जी पते से 62 गलत आइडी बनाकर प्रतिबंधित साफ्टवेयर से बनाया जा रहा था। किसी भी नाम से बनाया जा रहा टिकट जरूरत मंद लोगों को पहले के बने नाम से फर्जी पहचान पत्र बनाकर उपलब्ध करा दिया जाता था। आरपीएफ प्रभारी के मुताबिक दोनों भाई के एनएमएस नामक रेलवे के अवैध साफ्टवेयर के जरिए आनलाइन टिकट निकालने का काम करते थे। यह दोनों एक एसी टिकट देने के बदले में एक हजार रुपये अधिक लेते थे। जबकि स्लीपर टिकट के बदले छह सौ रुपये लेते थे। यह लोग इस साफ्ट वेयर का इस्तेमाल फेक आईडी के जरिए करते थे। जबकि इस प्रकार के आनलाइन टिकट निकालने में महज 20 रुपये ही खर्च आता है। आरपीएफ के मुताबिक शुक्रवार को इनकी दुकान में छापा मारा गया। तलाशी के दौरान दुकान से कुल 54 आनलाइन टिकट बरामद हुआ। जिसकी कीमत 158594 रुपये है। इनके कंप्यूटर की चेकिंग के दौरान पता चला कि अब तक यह लोग इस प्रकार के 1855 टिकट बेच चुके हैं। जिसकी कीमत 3774285 रुपये है। आरपीएफ प्रभारी के मुताबिक इस प्रकार 1855 टिकट देने के बदले प्रति टिकट की दर से अधिक रुपये लेते हुए क्षेत्र की जनता का कितना रुपये की ठगी किए होंगे। इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। आरपीएफ प्रभारी मिर्जा राशिद बेग ने बताया कि इस प्रकार से अवैध कारोबार से जुड़े लोगों की सूची तैयार की जा रही। इनके विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
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