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आजमगढ़ : माफिया गैंग डी-16 का सरगना था सचिन पांडे, कर चुका था कई हत्याएं

चार वर्ष पूर्व जिले की पुलिस ने माफिया गैंग डी-16 का सरगना घोषित किया था

आजमगढ़ : लखनऊ में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया आजमगढ़ का इनामिया बदमाश सचिन पांडेय को चार वर्ष पूर्व जिले की पुलिस ने माफिया गैंग डी-16 का सरगना घोषित किया था। उसने वर्ष 2013 में निजामाबाद में एक मस्जिद के मुतवल्ली की हत्या के बाद अपराध की दुनिया में प्रवेश किया। इसके बाद रंगदारी के लिए कई हत्याओं को अंजाम दिया। 2013 में ही दुस्साहसिक ढंग से तत्कालीन एएसपी के हमराही को भी गोली मारकर फरार हो गया था। सचिन के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में दो दर्जन से अधिक लूट, हत्या आदि के मुकदमे दर्ज हैं। निजामाबाद थाने के निजामाबाद कस्बा निवासी सचिन पांडेय पुत्र दिनेश पांडेय इंटर पास करने के बाद स्नातक की शिक्षा ग्रहण करते समय ही 18 साल की उम्र में ही निजामाबाद कस्बे में अपने तीन साथियों के साथ मस्जिद के मुतवल्ली अबुल कैश की गोली मार कर हत्या कर फरार हो गया था। उसी वर्ष चेकिंग के दौरान नगर कोतवाली क्षेत्र में तत्कालीन एएसपी शैलेश पांडेय के हमराही रजनीश सिंह को भी गोली मार कर घायल कर दिया था। जमानत से छूटने के बाद वर्ष 2014 में भी निजामाबाद क्षेत्र में रंगदारी की मांग पूरी न करने पर भोभल उर्फ किशन सोनकर की गोली मार कर हत्या कर दी थी। इसी वर्ष तहबरपुर के व्यवसायी संजीव जायसवाल को रंगदारी के लिए धमकी दी थी। वर्ष 2016 में निजामाबाद थाने के देवदत्तपट्टी गांव निवासी राममूरत सिंह की हत्या में भी सचिन के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। इसी वर्ष रंगदारी के लिए निजामाबाद थाने के भैरोकला गांव निवासी शफात अहमद पर जानलेवा हमला किया था। इसके अलावा इसी क्षेत्र के अंजनी सोनकर को भी गोली मार कर फरार हो गया था। एसपी ग्रामीण नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि वर्ष 2015 में अपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए सचिन पांडेय के गैंग को माफिया गैंग के रूप में सूचीबद्ध किया गया। तभी से सचिन पांडेय गैंग के नाम से जाना गया। इसका कोड नंबर डी-16 रखा गया। गैंग के 11 सदस्यों के जरिए वह लूट, हत्या आदि अपराधिक घटनाओं को अंजाम देता रहा है।
22 अपराधिक मामलों में शामिल था सचिन, एक में था वांछित
आजमगढ़। एसपी ग्रामीण नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जिले के विभिन्न थानों में 22 अपराधिक मामलों में शामिल था। जबकि एक मामले में वांछित था। उसके खिलाफ वर्ष 2013 में निजामाबाद थाने में पहला मुकदमा हत्या का दर्ज हुआ। इसके बाद कंधरापुर थाने में चोरी, जानलेवा हमला सहित तीन मुकदमें दर्ज हुए थे। इसी वर्ष तहबरपुर थाने में धारा 307 का एक, मुबारकपुर थाने में लूट, नगर कोतवाली में लूट,जानलेवा हमला, तहबरपुर थाने में जानलेवा हमला, आर्म्स एक्ट सहित चार मुकदमे दर्ज हुए। सरायमीर थाने में चोरी का भी मुकदमा दर्ज हुआ था। वर्ष 2014 में निजामाबाद थाने में हत्या,एससीएसटी, गैंगेस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज हुआ। वर्ष 2016 में इसी थाने में हत्या,जानलेवा हमला,के तीन मुकदमे और वर्ष 2018 में गैंगेस्टर ,वर्ष 2019 में सिधारी ,कप्तानगंज थाने में जानलेवा हमला, धमकी के मामले में दो मुकदमे दर्ज हुए थे। वर्ष 2019 में कप्तानगंज थाना क्षेत्र में जानलेवा हमला और धमकी देने के मामले में सचिन पांडेय वांछित था।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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