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मनरेगा कार्यों की प्रगति ठीक नहीं,मण्डलायुक्त ने तीनों जनपद के सीडीओ को सुधार के निर्देश दिए

मानव दिवस सृजन एवं विलम्बित भुगतान की नियमित रूप से प्रतिदिन समीक्षा कर लक्ष्य प्राप्त करें - कनक त्रिपाठी - मण्डलायुक्त , आजमगढ़ 

आज़मगढ़ 26 नवम्बर -- मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने मण्डल के तीनों जनपदों में मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण योजना) के विभिन्न बिन्दुओं की समीक्षा के दौरान प्रगति अपेक्षा के अनुरूप नहीं मिलने पर मुख्य विकास अधिकारियों को तत्काल इस ओर ध्यान देकर अपेक्षित सुधार लाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। मण्डलायुक्त द्वारा मंगलवार को अपने कार्यालय कक्ष में की गयी जनपदवार समीक्षा में स्पष्ट हुआ कि मानव दिवस सृजन में जनपद आज़मगढ़ के 8 विकास खण्डों तहबरपुर, पल्हनी, अहिरौला, अतरौलिया, बिलरियागंज, ठेकमा, रानी की सराय एवं पल्हनी में मात्र 29 से 60 प्रतिशत मानव दिवसों का सृजन किया गया है। इसी प्रकार जनपद बलिया के विकास खण्ड रसड़ा, सीयर, नगरा, बेरूआरबारी, मुरलीछपरा, बैरिया एवं सोहांव में 46 से 56 प्रतिशत तथा मऊ के विकास खण्ड घोसी में 57 प्रतिशत मानव दिवसों का सृजन किया गया है। इस प्रकार जनपद आज़मगढ़ में औसतन 76 प्रतिशत, बलिया में 68 प्रतिशत एवं मऊ में 73 प्रतिशत मानव दिवसों का सृजन किया गया है, जबकि इसमें राज्य औसत 80 प्रतिशत है। इसी प्रकार विलम्बित भुगतान में आज़मगढ़ में विकास खण्ड जहानागंज, तरवां, फूलपुर, बिलरियागंज, मार्टिनगंज, ठेकमा, बलिया में रसड़ा, बेरूआरबारी, चिलकहर, नवानगर, मुरलीछपरा, बैरिया, साहांव, मनियर, सीयर में विलम्बित भुगतान की स्थिति राज्य औसत से काफी कम है। मण्डलायुक्त ने मनरेगा के तहत तालाब निर्माण की समीक्षा में पाया कि जनपद मऊ में तालाबों के जीर्णोद्धार के कुल निर्धारित लक्ष्य 457 के सापेक्ष 199 तालाब अभी तक अपूर्ण है, जबकि शासन द्वारा तालाबों के जीर्णोद्धार हेतु गत अगस्त तक ही पूर्ण किये जाने के निर्देश दिये गये थे। इसी प्रकार मनरेगा साफ्ट पर तीनों जनपदों मस्टर रोल का एफटीओ द्वितीय सिग्नपेटरी के स्तर पर भुगतान हेतु लम्बित पाया गया। मण्डलायुक्त श्रीमती त्रिपाठी ने इस सम्बन्ध में तीनों जनपद के सीडीओ का निर्देशित करते हुए कहा मानव दिवस सृजन एवं विलम्बित भुगतान की नियमित रूप से प्रतिदिन समीक्षा करते हुए निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष्य प्रगति लाना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि यदि अपेक्षित प्रगति नहीं पाई जाती है तथा मस्टर रोल पेंडेन्सी को अधिकतम एक सप्ताह के समाप्त में समाप्त नहीं कर दिया जाता है तो सम्बन्धित अधिकारी कर्मचारी के विरुद्ध काय्रवाही करते हुए अधोहस्ताक्षरी को अवगत करायें। उन्होंने कराने का भी

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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