जिलाधिकारी ने भी सराहा, बड़े सरकारी आयोजनों में बा स्कूल की छात्राएं बना रही हैं रंगोली
आजमगढ: प्रदेश भर में ड्रापआउट बच्चियों के लिए सौ छात्र संख्या वाले बा.स्कूल यानी कस्तूरबा गाँधी आवासीय विद्यालय संचालित हैं। इन स्कूलों में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाली उन छात्राओं को प्रवेश मिलता है जिन्हें अभावों के कारण शिक्षा नहीं मिल पाती है। आजमगढ में मिर्जापुर ब्लाक को छोड़ सभी इक्कीस ब्लाकों में बा स्कूल संचालित हैं। इन सरकारी विद्यालयों में शिक्षार्जन कर रही छात्राओं को कला और साहित्य की विधाओं की जानकारी देने के लिए निरन्तर प्रयास चल रहे हैं। बाल अखबार, दीवार पत्रिका, ग्रासरूट कॉमिक्स आदि की जानकारी छात्रों में रचनात्मक कौशल का विकास किया जा रहा है। इधर लगातार बालिका स्कूल की छात्राओं का समूह जनपद के बड़े सरकारी आयोजनों की मंचसज्जा में अपनी रंगोली कला का सराहनीय प्रदर्शन कर रही हैं। सठियाँव,जहानागंज, पल्हनी,बिलरियागंज ब्लाक के बा विद्यालय की छात्राओं की रंगोली इन दिनों विषेश सराहना अर्जित कर रहा है। गुरूवार को ही जनपद में आयोजित सामूहिक विवाह के अवसर पर छात्राओं द्वारा बनाई गई भव्य और सुंदर रंगोली का जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद ने गहनता से अवलोकन करते हुए बच्चों को बधाई देते उनका उत्साहवर्धन किया। सठियाँव में छात्राओं के चित्रकला प्रदर्शनी खण्ड शिक्षाधिकारी क्षमाशंकर पाण्डेय ने अवलोकन किया। सठियाँव स्थित कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय की छात्राओं ने विभिन्न कलात्मक कृतियों का निर्माण कर प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया। इस अवसर पर कला शिक्षिका सोनी पाण्डेय ने छात्राओं द्वारा निर्मित वस्तुओं के निर्माण की प्रक्रिया को बताया और आशा.व्यक्त की कि ये बच्चियाँ आगे इन विधाओं का अपने जीवन में सार्थक प्रयोग करेंगी।
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