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आजमगढ़: थमने का नाम नहीं ले रही तमसा,24 घंटे में 30 सेमी की वृद्धि,प्रशासन सतर्क

प्रभावित क्षेत्रों के स्थानीय लोगों की सतर्कता और प्रशासन के साथ सामंजस्य के लिए डिजिटल वालेंटियर्स भी तैनात किये जायेंगे - डीएम 

आजमगढ़: शहर को तीन तरफ से घेर कर बहने वाली तमसा नदी की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। 24 घंटे में 30 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई। खतरा निशान 74.800 मीटर से मात्र 1.33 मीटर ही नीचे नदी बह रही हैं। बारिश थमने के बाद जिस तरह नदी का जलस्तर बढ़ रहा है, उससे तो लगता है कि 14 साल पुराने 2005 में आई बाढ़ के रिकार्ड तक पहुंच जाएगी। संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। निचले इलाकों में पानी ही पानी दिख रहा है। हर कोई ठांव तलाश रहा है। जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने बताया की नगर बाढ़ के पुराने मामलों को देखते हुए प्रशासन अपनी तैयारी कर रहा हैं , अगर जलस्तर आगे भी बढ़ता है तो किसी भी हाल में बाँध के उस तरफ के पानी को शहर में आने से रोकना है। इसमें प्रभावित होने वाले क्षेत्रों के स्थानीय लोगों की सतर्कता और प्रशासन के साथ सामंजस्य के लिए डिजिटल वालेंटियर्स भी तैनात किये जायेंगे। इसके अलावा निचले क्षेत्रों के बाढ़ प्रभावित लोगों को अन्यत्र शिफ्ट किये जाने पर भी विचार रहा है।
इधर बाढ़ के पानी से हजारों की आबादी घिर गई है। आवागमन पूरी तरह प्रभावित गया है। नदी का फैलाव लगातार बढ़ने से काफी संख्या में घर प्रभावित होते जा रहे हैं। कई मोहल्लों की तरफ नाव चल रही है। निचले इलाकों में रैदोपुर, एलवल, भोलाघाट, सिधारी,सराय मंदराज (मुनरा सराय), हड़हा बाबा का स्थान, बागेश्वर नगर (बवाली मोड़) के समीप कठवा पुल बाढ़ में डूब गया है। सराय मंदराज गांव प्राथमिक विद्यालय और सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान, कोलघाट गांव के सामने गायत्री मंदिर पूरी तरह डूब गऐ हैं।  

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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