सफाई के लिए नगर पालिका ने लगाए भारी संख्या में विभागीय और निजी कर्मी
समय से पहले सभी घाटों की साफ-सफाई पूरी करा ली जाएगी- प्रणीत श्रीवास्तव हनी, प्रतिनिधि नपा अध्यक्ष
आजमगढ़ : आस्था का त्रिदिवसीय पर्व डाला छठ गुरुवार से शुरू हो रहा है। इसमें सूर्य देव की उपासना की जाती है। मान्यता है कि छठ मइया की पूजा करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार छठ माता को सूर्य भगवान की बहन कहा जाता है। इस पर्व को छठ पूजा, डाला छठ, छठ मइया की पूजा व सूर्य की पूजा कहा जाता है। पर्व को लेकर बाजारों में रौनक बढ़ गई है। घर के पुरुष सदस्य नदी, तालाब व सरोवर के किनारे बेदी बनाने में जुटे हैं तो वहीं महिलाएं दउरा व सुपेली सहित पूजा की अन्य सामग्री खरीदने में जुटी हुई हैं। व्रती गुरुवार से नहाय-खाय के साथ व्रत शुरू कर देंगे। 31 अक्टूबर को नहाय-खाय, एक नवबंर को खरना, दो नवंबर की शाम सूर्य देव को अर्घ्य एवं तीन नवंबर को प्रात: कालीन सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। डाला छठ पर्व को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। नदी, तालाब व सरोवर के किनारे बेदी बनाने में व्रती के स्वजन जुटे हुए हैं। वहीं पूजा समिति द्वारा घाटों की सफाई की जा रही है। कहीं-कहीं दलदली हो चुकी जमीन पर सूखी मिट्टी डालकर पूजा के लिए तैयार किया जा रहा है। डाला छठ पूजा के लिए नगर पालिका परिषद द्वारा शहर के तमसा तट स्थित 25 घाटों पर बुधवार से सफाई कराई जा रही है। सफाई के लिए नगर पालिका के 200 कर्मचारी लगाए गए हैं। वहीं नपा अध्यक्ष ने डीएम से मंजूरी लेने के बाद 30 प्राइवेट सफाई कर्मियों को भी घाटों की सफाई के लिए लगाया है। इसके अलावा घाटों की सफाई के लिए नपा के दो व तीन प्राइवेट जेसीबी भी लगाई गई है। नपा चेयरमैन प्रतिनिधि प्रणीत श्रीवास्तव हनी ने बताया कि एक-दो दिन के अंदर सभी घाटों की साफ-सफाई पूरी करा ली जाएगी।
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