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आजमगढ़ : फर्जीवाड़े की जांच में 10 और शिक्षक फर्जी पाए गए,स्पष्टीकरण के बाद होगी बर्खास्तगी

इसके पूर्व जून में 18 फर्जी शिक्षकों को जारी हुई है नोटिस 

आजमगढ़ : पूर्व सरकार में परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक पदों पर हुई भर्ती में फर्जीवाड़े की जांच में 10 और शिक्षक फर्जी पाए गए हैं। जांच में सात शिक्षकों की स्नातक की डिग्री फर्जी पाई गई। जबकि एक शिक्षक का बीएड और दो का इंटर की सर्टीफिकेट फर्जी पाई गई है। जांच कमेटी के आदेश पर सभी फर्जी पाए गए शिक्षकों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। स्पष्टीकरण के बाद सभी की बर्खास्तगी तय मानी जा रही है। इससे पूर्व जून माह में भी 18 शिक्षकों के फर्जी पाए जाने पर नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया था।
वर्ष 2010 के बाद परिषदीय विद्यालयों में लगभग साढ़े चार हजार शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी। इसमें वर्ष 2011 में प्रदेश में 72 हजार शिक्षक पदों पर भर्ती और इसके बाद वर्ष 2015-2016 में 15 हजार तथा 16 हजार शिक्षक पदों पर हुई भर्ती भी शामिल है। फर्जीवाड़े की शिकायत पर पूर्व की जांच में फर्जी पाए जाने पर 22 शिक्षक बर्खास्त भी किए जा चुके हैं। जबकि सैकड़ों शिक्षक संदिग्ध पाए गए थे।
इस बीच प्रदेश सरकार ने जुलाई 2018 में वर्ष 2010 के बाद हुई शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़े की शिकायत पर नए सिरे से जांच कराने का निर्देश दिया था। इस पर जुलाई 2018 में तत्कालीन जिलाधिकारी के निर्देश पर फर्जी नियुक्तियों की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई थी। इसमें एडीएम प्रशासन नरेंद्र प्रताप सिंह अध्यक्ष, एसपी सिटी और एडी बेसिक को सदस्य नामित किया गया है। जांच टीम के निर्देश पर सभी शिक्षकों के सर्टीफिकेट,डिग्री और पते का सत्यापन की कवायद अभी भी जारी है। सत्यापन रिपोर्ट आने पर 18 शिक्षकों के फर्जी होने पर जून माह में कारण बताओ नोटिस जारी की गई थी। इस बीच जांच में 10 और शिक्षकों की डिग्री फर्जी फर्जी पाई गई है। इसमें शिक्षक विनोद कुमार, सत्यप्रकाश भाष्कर, मनोरमा, अमित कुमार यादव, चंदन कुमार, अनवर फातमा, बेबी तबस्सुम का स्नातक का अनुक्रमांक संबंधित कालेज के सारणीयन पंजिका में अंकित नहीं पाया गया। वहीं कुमारी पूनम का इंटरमीडिएट का अंक सारणीयन पंजिका में अंकित नहीं पाया गया। जबकि शिक्षक रेशमा परवनी का इंटरमीडिएट का अंक सारणीयन पंजिका के अनुसार अपुष्ट पाया गया। इसके अलावा शिक्षक इंदूकला का बीएड का अनुक्रमांक सारणीयन पंजिका में अंकित नहीं पाया गया। इस पर जांच समिति ने निर्णय लिया है कि सभी संदिग्ध/फर्जी 10 अध्यापकों को नोटिस जारी कर अग्रिम तिथि के पूर्व उनका स्पष्टीकरण प्राप्त किया जाए। इसके बाद ही बर्खास्तगी का निर्णय लिया जाएगा।


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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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