अप्रोच मार्ग का निर्माण कार्य दिनांक 30 सितम्बर 2019 तक पूर्ण कराना सुनिश्चित करें- जिलाधिकारी
आजमगढ़ 20 अगस्त-- जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह द्वारा निर्माणाधीन रेलवे उपरिगामी सेतु सिधारी हाइडिल चौराहे का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। उप परियोजना प्रबंधक सेतु निगम आजमगढ़ द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में सिधारी हाइडिल चैराहे से जनपद गाजीपुर को जोड़ने वाले मार्ग पर रेलवे उपरिगामी सेतु निर्माण हेतु 2016 में स्वीकृति प्राप्त हुई थी। उक्त रेलवे उपरिगामी सेतु की कुल लागत 3035.72 लाख रू0 तथा लम्बाई 705 मीटर है। उक्त लागत में सेतु निगम अंश की लागत रू0 2718.00 लाख तथा पूर्वोत्तर रेलवे हेतु मुख्य सेतु की लागत रू0 317.72 लाख प्राविधानित किया गया है। उक्त सेतु का निर्माण कार्य कार्यदायी संस्था द्वारा माह जून 2016 में प्रारम्भ किया गया तथा माह जुलाई 2019 तक पूर्ण किया जाना था, माह जुलाई 2019 तक रू0 2213.39 लाख रू0 व्यय करते हुए भौतिक प्रगति 98 प्रतिशत कार्य पूर्ण किया गया है। अप्रोच मार्ग आजमगढ़ की तरफ विद्युत ट्रांसफार्मर स्थित था, जिसे हटाने हेतु माह जून 2016 में वांछित धनराशि विद्युत विभाग को जमा कर दी गयी थी, किन्तु उक्त ट्रांसफार्मर समय से न हटाये जाने के कारण अप्रोच मार्ग का निर्माण कार्य बाधित रहा। वर्तमान समय में ट्रांसफार्मर हट गया है तथा अप्रोच मार्ग का निर्माण कार्य चालू हो गया है। जिलाधिकारी ने उप परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम आजमगढ़ को निर्देशित करते हुए कहा कि रेलवे उपरिगामी सेतु एवं अप्रोच मार्ग का निर्माण कार्य दिनांक 30 सितम्बर 2019 तक पूर्ण कराना सुनिश्चित करें, ताकि आवागमन सुचारू रूप से हो सके। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अप्रोच मार्ग आजमगढ़ की तरफ विद्युत तार एवं एचटी लाईन तार लगे हुए हैं, जिसके कारण अप्रोच मार्ग निर्माण करने एवं निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद भी वाहनों का आवागमन बाधित होगा। जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियन्ता विद्युत वितरण खण्ड प्रथम को निर्देशित करते हुए कहा कि अप्रोच मार्ग आजमगढ़ की ओर ऊपर लगे विद्युत तार एवं एचटी लाईन तार को आवश्यकतानुसार ऊंचा करायें। इस अवसर पर उप परियोजना प्रबंधक उ0प्र0 सेतु निगम आजमगढ़ एनके तिवारी सहित अवर अभियन्ता एवं सहायक अभियन्ता उपस्थित रहे।
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