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डीएम ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया, काफी समय से लापता चिकित्सकों पर कार्यवाही के निर्देश

अनुपस्थित मिले चिकित्सकों व कर्मियों का एक दिन का वेतन काटा जाए , बाहर से दवा लिखना अनुशासनहीनता - नागेन्द्र प्रसाद सिंह , जिलाधिकारी 

आजमगढ़ 20 अगस्त-- जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह द्वारा जिला/मण्डलीय चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया। निरीक्षण के समय डाॅ0 रमन मिश्रा एवं डाॅ0 आमोद एक वर्ष से अधिक समय से अनपुस्थित चल रहे हैं, डाॅ0 एके कुशवाहा भी काफी दिनों से अनुपस्थित रहे हैं। इस पर जिलाधिकारी ने प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित करते हुए कहा कि उक्त तीनों चिकित्सक शासकीय कार्य नही कर रहे हैं, तो उनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही (चार्जशीट) कराते हएु उन्हें दण्ड दिया जाना आवश्यक है, ताकि अन्य चिकित्सक उनकी तरह अनुशासनहीनता न कर सके। इसके अतिरिक्त डाॅ0 एसके विमल, डाॅ0 संतोष यादव, संविदा चिकित्सक आकस्मिक अवकाश पर पाये गये। इस पर जिलाधिकारी ने प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि डाॅ0 एसके विमल दिनांक 01 जनवरी 2019 से अब तक कुल कितने दिन अवकाश पर रहे हैं, स्थिति से अवगत करायें। डाॅ0 वीके श्रीवास्तव, आर्थाेसर्जन, सतीश कन्नौजिया, सर्जन, डाॅ0 शिव आरती यादव अनुपस्थित पाये गये। डाॅ0 शिव आरती यादव के संबंध में प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक द्वारा बताया गया कि उनका फोन आया था, उनके बच्चे की अचानक तबीयत खराब हो गयी है।
इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी द्वारा रजिस्ट्रेशन कक्ष का निरीक्षण किया गया। इस कक्ष में चन्द्रेश लाल श्रीवास्तव एवं दिनेश अनुपस्थित पाये गये। मुख्य औषधि भण्डार कक्ष का निरीक्षण के समय अनिल राय फार्मासिस्ट उपस्थित मिले, किन्तु कम्प्यूटर आपरेटर अनुपस्थित मिले। फिजिशियन कक्ष के निरीक्षण के समय डाॅ0 बीपी सिंह अनुपस्थित पाये गये। डाॅ0 एके सिंह अपने कक्ष से अनुपस्थित पाये गये। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक द्वारा बताया गया कि श्री सिंह वर्तमान में ओटी में हैं।
इसी के साथ ही जिलाधिकारी द्वारा डेंगू वार्ड कक्ष एवं जेई/एईएस वार्ड का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान लगभग 15 से 20 मरीजों से पूछने पर उनके परिजन द्वारा अवगत कराया गया कि दवायें चिकित्सालय से ही मिल रही है, किन्तु मरीज पप्पू निवासी कप्तानगंज से पूछताछ करने पर बताया गया कि वह कल शाम को 6ः00 बजे इस चिकित्सालय मंे भर्ती हुआ है। उसे कुछ दवायें चिकित्सालय से मिली है किन्तु कुछ दवायें इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक द्वारा बाहर से दवायें लिखी गयी थीं, जिसके कारण बाहर से दवा खरीदनी पड़ी है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक एवं उच्चाधिकारियों के आदेश का अनुपालन कतिपय चिकित्सकों द्वारा नही किया जा रहा है। ऐसे चिकित्सकों को चिन्हित कर प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक तत्काल आख्या प्रस्तुत करें। ऐसे चिकित्सक मरीजों को फोर्स करके बाहर से दवायें लिखी जाती है, तथा जनता को अनावश्यक रूप से परेशान किया जाता है। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक आजमगढ़ यह सुनिश्चित करें कि मरीजों को सभी दवायें चिकित्सालय से ही उपलब्ध हो, अपरिहार्य परिस्थितियों में अपने स्तर से ही नियमानुसार दवायें क्रय कर मरीजों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी द्वारा चाईल्ड वार्ड का निरीक्षण किया गया, इस वार्ड में वर्तमान में फिमेल मरीज भर्ती पाये गये। इसके अतिरिक्त महिला मेडिकल वार्ड, नेत्र विभाग, नाक, कान, गला कक्ष, हृदय रोग विशेषज्ञ कक्ष, होम्योपैथिक कक्ष, फिजियोथिरेपी कक्ष का निरक्षण किया गया। इन वार्डाें व कक्षों में सफाई व्यवस्था संतोषजनक पायी गयी।
जिलाधिकारी द्वारा मन कक्ष का निरीक्षण किया गया। श्रीमालवीय, कौंसलर उपस्थित थे, उनके द्वारा अवगत कराया गया कि प्रतिदिन कम से कम 10 से 15 मरीज आते हैं। पूछने पर यह भी अवगत कराया गया कि इस वर्ष अब तक कुल 137 मरीज आये हैं, जिससे संबंधित पंजिका का अवलोकन किया गया। पंजिका के अनुसार मरीज का नाम अंकित करके संबंधित चिकित्सक के लिए रेफर किया जाना अंकित है, किन्तु उन मरीजों का न तो साप्ताहिक, पाक्षिक और न ही मासिक तौर पर फालोअप किया गया है। श्री मालवीय का कार्य संतोषजनक नही पाया गया। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि इन्हें अपने कार्याें के प्रति सतत् रूप से जागरूक रहकर कार्य निष्पादित किये जाने की आवश्यकता है। जिला/मण्डलीय चिकित्सालय में इतनी अधिक संख्या में चिकित्सकों एवं कर्मचारियों की अनुपस्थिति से स्पष्ट है कि प्रमुख अधीक्षक का अधीनस्थों पर नियंत्रण शिथिल है। यह स्थिति संतोषजनक नही है।
जिलाधिकारी द्वारा प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि अनुपस्थित पाये गये सभी चिकित्सकों/कर्मचारियों (डाॅ0 शिव आरती यादव को छोड़कर) के आज की तिथि के वेतन भुगतान पर रोक लगाते हुए अनुपस्थित चिकित्सकों/कर्मचारियों को चेतावनी निर्गत करंे कि निर्धारित समय पर चिकित्सालय उपस्थित होवें। यदि भविष्य में निरीक्षण के समय इस प्रकार की पुनरावृत्ति पायी जायेगी, तो संबंधित चिकित्सक/कर्मचारी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 एके मिश्रा, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय उपस्थित रहे। 

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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