फरिहा- सरायमीर के बीच में फरीदाबाद मोड़ पर हुई घटना, नानी के जनाजे से वापस लौट रहे थे तीनो दोस्त
आजमगढ़ : एक दर्दनाक दुर्घटना में एक ही बाइक पर सवार तीन घरों के चिराग हमेशा के लिए बुझ गए । किसी ने सोचा भी नहीं था कि नानी को मिट्टी देने के बाद उनकी भी सांसें थम जाएंगी। आजमगढ़ के सरायमीर कस्बे के मोहल्ला नई बाजार निवासी अब्दुर्रहमान (20 ) पुत्र कलीम अहमद की नानी का निधन हो गया था। अब्दुर्रहमान अपने दोस्तों साकिब पुत्र शफीक और मेंहनगर निवासी वसीम पुत्र सलीम के साथ एक ही बाइक पर सवार होकर नानी के शव को मिट्टी देने निजामाबाद कस्बा गया। मिट्टी देकर रविवार रात 11 बजे तीनों वापस लौट रहे थे। बताया जा रहा है की फरिहा- सरायमीर के बीच फरीदाबाद मोड़ के पास जैसे ही तीनों पहुंचे तो पीछे से आ रहे ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में अब्दुर्रहमान और साकिब की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि वसीम गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे आनन-फानन में अस्पताल ले जा रहे थे, रास्ते में वसीम ने भी दम तोड़ दिया। एक साथ तीन किशोरों की मौत की खबर मिलते ही जो जहां था वहां से जिला अस्पताल के लिए दौड़ पड़ा। घर पर कोहराम मच गया। मोहम्मद साकिब आरो प्लांट पर पानी पहुंचाने का काम करता था। वह तीन भाई दो बहनों में तीसरे नंबर का था। वसीम मेंहनगर कस्बे का निवासी था ।वह मुंबई में पावर लूम का काम करता था। सरायमीर कस्बे के नई बस्ती में अब्दुल रहमान का वह रिश्तेदार था।
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