पूर्व में 50 हजार का इनामी रह चुका है सुनील उर्फ़ सिपाही, मार्च 2018 में पुलिस मुठभेड़ में घायल हो पकड़ा गया था
गैंग का मुख्य सरगना सुनील शहर कोतवाली में रहे बर्खास्त दीवान का पुत्र है
आजमगढ़ : पुलिस की संयुक्त टीम ने गुरुवार की रात को मेंहनगर के पिलखुवा पुलिया के समीप से दो असलहा तस्करों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उनके दो साथी पुलिस को चकमा देकर भाग निकले। पकड़े गए असलहा तस्करों के पास से पुलिस ने एक पिस्टल, आठ तमंचा, कारतूस, एक चोरी की बाइक, तीन मोबाइल बरामद किया। एएसपी ने बताया कि पुलिस टीम को दस हजार रुपये का पुरस्कार एसपी की ओर से देने की घोषणा की गयी है।एसपी ग्रामीण नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मुखबीर की सूचना पर मेंहनगर थाना के प्रभारी इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार गुप्त, सब इंस्पेक्टर गिरजेश सिंह, एंटी एक्सटार्शन टीम के प्रभारी अश्वनी पांडेय, हेड कांस्टेबिल श्याम सुंदर सिंह, आरक्षी जशवीर व राकेश की संयुक्त टीम बनाई गई थी। गुरुवार की रात लगभग आठ बजे मेंहनगर क्षेत्र के पिलखुवा पुलिया के पास टीम घेराबंदी कर खड़ी थी। उसी दौरान एक बाइक पर सवार होकर आ रहे दो असलहा तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनके दो अन्य साथी पुलिस को चकमा देकर भाग निकले। पकड़े गए असलहा तस्करों में सुनील कुमार उर्फ सिपाही पुत्र नंदलाल राम ग्राम बघावदेयीपुर थाना बहरियाबाद व सुकालू राम पुत्र स्व. कल्पनाथ राम ग्राम मालाखुर्द थाना बहरियाबाद दोनों गाजीपुर जिले के निवासी हैं। फरार हुए उनके साथी में एक कृष्ण बहादुर सिंह ग्राम बीबीपुर थाना तरवां का निवासी है और दूसरे का नाम पता ज्ञात नहीं हो सका। बरामद बाइक को उन्होंने वाराणसी रेलवे स्टेशन के समीप से कुछ माह पूर्व चुराया था। असलहा तस्कर मुंगेर से असलहों का खेप लाकर पूर्वांचल के जिलों में सप्लाई करते हैं। इस गैंग का मुख्य सरगना सुनील शहर कोतवाली के बर्खास्त दीवान का पुत्र है। मार्च 2018 में ही आजमगढ़ पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में घायल भी हुआ था , दौरान उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था और हत्या और लूट जैसे 30 मुकदमें उसके पर दर्ज थे। हाल में जेल से छूटने के बाद सुनील फिर से आपराधिक कार्यो में लिप्त हो गया था और अवैध असलहों के साथ आखिरकार फिर पकड़ा गया।
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