हत्यारों ने भूमि को फर्जी तरीके से बेच कर उसके रुपये स्वयं हड़प लिया था, महिला के पूछने पर उसे बहाने से ले जा कर मार डाला था
आजमगढ़ : अहरौला थाने की पुलिस ने एक माह पूर्व हुई यशोदा देवी हत्याकांड में शामिल दो हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त बाइक भी बरामद कर लिया। एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि कप्तानगंज थाना क्षेत्र के नरफोरा गांव निवासी रामनाथ ने दो शादी की थी। पहली पत्नी मकतुलिया से दो पुत्री हैं। दूसरी पत्नी यशोदा से उसके एक पुत्र शिवशंकर है। रामनाथ की मौत के बाद उसकी भूमि बेटा शिवशंकर के नाम से हो गया। शिवशंकर मंदबुद्धि का है। जिसका फायदा उठाते हुए नरफोरा गांव के ही निवासी लालजीत पुत्र रामधारी व प्रेम कुमार पुत्र रामजीत ने शिवशंकर की भूमि को फर्जी तरीके से बेच कर उसके रुपये स्वयं हड़प लिया। इस जालसाजी की जानकारी जब यशोदा को हुई तो दोनों हत्यारोपितों ने मिलकर 30 अप्रैल को कागज दिखाने के बहाने उसे अपने साथ लेकर बूढ़नपुर तहसील गए। बूढ़नपुर तहसील से देर शाम को वापस आते समय दोनों हत्यारोपितों ने दुपट्टा से यशोदा की गलाघोंट कर हत्या कर दी और उसके शव को अहरौला क्षेत्र के समदी गांव के पास खेत में फेंक कर फरार हा गए थे। अज्ञात महिला का शव मिलने आजमगढ़ पुलिस ने अपने फेसबुक पेज आउट व्हाट्सप्प नेटवर्क पर मृतका की फोटो जारी किया तो कुछ लोगों उसके बारे में जानकारी दी और दूसरे दिन उक्त महिला के शव की पहचान उसकी पुत्री रीता ने कर दी । उसने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कराया। अहरौला थानाध्यक्ष मदन पटेल ने मंगलवार को दोनों हत्यारोपितों को मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार कर लिया।
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