मृतक का चल रहा था दिमागी रोग का उपचार,पुलिस को पोस्टमॉर्टेम रिपोर्ट का इंतजार
आजमगढ़ : देवगांव कोतवाली क्षेत्र के रेवसा गांव में रविवार की सुबह एक युवक का शव गेहूं के खेत में क्षत-विक्षत हालत में बरामद हुआ। वह चार दिन पूर्व घर से निकला था और तभी से लापता हो गया था। ग्रामीणों ने उसकी हत्या कर शव फेंके जाने की आशंका जताई है। रेवसा गांव निवासी 25 वर्षीय अरुण कुमार राम पुत्र उदय राम की दिमागी हालत सही नहीं थी। उसका वाराणसी से इलाज चल रहा था। तीन अप्रैल को उसके दादी की तेरही थी। दादी के तेरही के दूसरे दिन चार अप्रैल को सुबह घर से वाराणसी इलाज कराने जाने की बात कह कर निकला था। परिजन का कहना है कि तभी से वह लापता हो गया था। परिवार के लोग उसके लापता होने की मौखिक सूचना देवगांव कोतवाली पर देने के बाद अपने स्तर से उसकी तलाश कर रहे थे। रविवार की सुबह गांव निवासी अनिल यादव अपने भाई के साथ अपने खेत में गेहूं की कटाई करने के लिए गया था। उसने खेत में एक युवक का क्षत-विक्षत शव पड़ा देख सन्न रह गया। सूचना पाकर ग्रामीणों के साथ ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। शव की पहचान परिजनों ने अरुण के रूप में किया। पुलिस का कहना है कि मृत युवक के दाहिने पैर, बायां हाथ व गर्दन को जंगली जानवर नोंच कर खा गए थे। मृत युवक तीन भाई व दो बहनों में सबसे बड़ा था। उसकी एक साल पूर्व शादी हुई थी। पिता की काफी अर्से पूर्व ही मौत हो चुकी है। परिवार के भरण पोषण के लिए वह मजदूरी करता है। मृत युवक के दादा श्याम बिहारी ने प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए पुलिस को तहरीर दी है। पत्नी डिपल व मां निर्मला के साथ ही बहनों के चीख पुकार से गांव में कोहराम मचा हुआ है। देवगांव कोतवाल अनिलचंद तिवारी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।
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