अभी भी पांच लोग अस्पताल में जीवन और मौत से संघर्ष कर रहे हैं
आजमगढ़ : शहर के मुकेरीगंज में रविवार को अगलगी की घटना के बाद हुए पटाखा विस्फोट में मौतों का सिलसिला लगातार जारी है। एक के बाद एक मौतों से पूरे शहरवासी सदमे से नहीं उबर पा रहे हैं। मृतक के घरों पर मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। घटना के बाद ऐसा कोई दिन नहीं रहा जिस दिन मौत न हो रही हो। शुक्रवार की सुबह वाराणसी में उपचार के दौरान गुलामी का पूरा में किराए के मकान में रह रहे मोनू की भी वाराणसी में उपचार के दौरान मौत हो गई। उसके शव का वहीं पोस्टमार्टम कराया गया। वह मूल रूप से गाजीपुर जनपद के सैदपुर भीतरी गांव का रहने वाला है। पोस्टमार्टम के बाद उसका शव का अंतिम संस्कार किया गया। अब भी पांच लोग जीवन और मौत से संघर्ष कर रहे हैं।घटना के दिन गत रविवार को आग से राखी गुप्ता (24), बेबी गुप्ता (18), उपेंद्र यादव (25), रामलखन (50), राममिलन (40) की मौत हो गई थी। इसी रात 10 बजे जगपत चौहान को वाराणसी ले जाते समय मौत हो गई थी। सोमवार को मुकेरीगंज निवासी सतिराम गुप्ता (55) पुत्र स्व. पल्टन की और मंगलवार को मकान मालिक 35 वर्षीय खिलाड़ी की मौत हो गई थी। बुधवार की सुबह ग्लोबल हास्पिटल में भर्ती अजय मौर्य की भी मौत हो गई थी। गुरुवार को वाराणसी में मोनू की मौत हो गई। उसके मौत की खबर जनपद में पहुंचते ही लोग हतप्रभ हो गए। मोनू बाज बहादुर मोहल्ले में किराए का मकान लेकर रह रहा था। उसकी शादी 2015 में हुई थी। वह एक बच्चे का पिता था। मुकेरीगंज में खिलाड़ी के घर पर अब भी सन्नाटा पसरा हुआ है। यहां परिवार के बचे लोग शोकाकुल है। इधर से गुजरने वाले हर कोई एक बार रुक कर आगे बढ़ रहा है।
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