गनर से गोली चलने से मौत होने की बात कह कर पुलिस को गुमराह करता रहा प्रधान ,हत्या का मामला दर्ज
आजमगढ़ : मेंहनगर थाने के गंजोर गांव में शनिवार की शाम लगभग चार बजे ग्राम प्रधान के दरवाजे पर 60 वर्षीय वृद्ध की प्रधान के प्राइवेट गनर की लाइसेंसी बंदूक से गोली लगने से मौत नहीं हुई थी,बल्कि ग्राम प्रधान ने ही गुस्से में आकर लाइसेंसी बंदूक से गोली मार कर हत्या कर दी थी। घटना के बाद पुलिस को गनर से गोली चलने से मौत होने की बात कह कर पुलिस को गुमराह करता रहा। मृत वृद्ध के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने देर रात को हत्या के आरोप में ग्राम प्रधान सहित तीन के खिलाफ नामजद और एक अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया। मेंहनगर थाने के गंजोर गांव निवासी निठुरी गोंड पुत्र मंगरू शनिवार को शाम लगभग चार बजे ग्राम प्रधान के दरवाजे पर बैठा था। इस बीच सीने में गोली लगने से निठुरी लहूलुहान होकर गिर पड़ा। ग्राम प्रधान अपनी गाड़ी पर लाद कर इलाज के लिए उठा ले गया था। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने फोन पर संपर्क किया तो ग्राम प्रधान ने बताया कि उसके प्राइवेट गनर के लाइसेंसी बंदूक से गोली लगाने से वृद्ध की मौत हो गई है। लगभग तीन घंटे बाद पुलिस ने देइवत गांव के पास गाड़ी में वृद्ध का शव बरामद किया। जबकि ग्राम प्रधान अपने साथियों के साथ फरार हो गया था। शनिवार की देर रात में परिजनों ने तहरीर दी कि ग्राम प्रधान ने अपने भाई के जरिए निठुरी गोंड को अपने घर बुलाया था। आरोप लगाया कि घर पर पहुंचते ही ग्राम प्रधान ने गोली मार दी। मेंहनगर थानाध्यक्ष प्रेमकुमार यादव ने बताया कि ग्राम प्रधान ने अपने घर पर बुला कर वृद्ध को किसी बात को लेकर गाली देने लगा। मना करने पर गुस्से में आ गया और लाइसेंसी बंदूक से वृद्ध को गोली मार दी और शव लेकर तीन घंटे तक पुलिस को गुमराह करता रहा। बहरहाल परिजनों की तहरीर पर ग्राम प्रधान कमलेश सिंह , उसके भाई रामप्रवेश सिंह और गंजोर निवासी बलवंत सिंह पुत्र राममूरत तथा अज्ञात चालक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हत्यारोपियों की तलाश जारी है।
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