आजमगढ़: केंद्रीय यूनियन नेतृत्व के आह्वान पर 12 सूत्रीय मांगों को लेकर बीएसएनएल के सभी घटकों द्वारा दो दिवसीय हड़ताल मंगलवार को सीडॉट परिसर में बीएसएनएल इंप्लाइज यूनियन के बैनर तले किया गया। धरने को संबोधित करते हुए जिला सचिव आनंद सिंह ने कहा कि वर्ष 2005 में बीएसएनएल 10 हजार करोड़ों के मुनाफे में था परंतु सरकार की गलत नीतियों के कारण बीएसएनएल को घाटे की कंपनी बताकर कमजोर किया जा रहा हैं। हमारी वेज रिवीजन को देने से इनकार किया जा रहा है। सभा को संबोधित करते हुए एनएफटीई के जिला सचिव हरिदरश राय ने कहा कि जब से भारत सरकार में नरेंद्र मोदी सरकार आई है तब से प्राइवेट कंपनियों को सरकार द्वारा सहयोग करते हुए बीएसएनल को घाटे की कंपनी बता कर केवल निजी हाथों में देने की साजिश की जा रही है। जो कर्मचारियों को बिल्कुल असहनीय है और यदि सरकार हमारी मांगों को नहीं सुनेगी तो हम अपनी मांग को लेकर सड़क पर उतरेंगे। बीएसएनल मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष राजाराम प्रजापति ने कहा कि बीएसएनल भारत सरकार की एक कंपनी है परंतु सरकार प्राइवेट कंपनियों पर मेहरबान है जो हमारे हित में नहीं है। बीएसएनल को सरकार सहयोग नहीं कर रही है जबकि प्राइवेट कंपनी के करोड़ों का कर्ज़ सरकार माफ करके आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। निजी क्षेत्र को लाभान्वित करने के लिए पब्लिक सेक्टर को नेस्तनाबूद करने का कार्य किया जा रहा है। केंद्र की भाजपा सरकार महंगाई कम करने देश में रोजगार उपलब्ध कराने का वादा करके सत्ता में आई थी परंतु अवधि समाप्त होने की समय आ चुकी है आज बेरोजगारी इतनी बढ़ गई है कि देश के सभी नौजवान रोजगार की मांग सड़क पर उतर रहे हैं। बीएसएनल इंप्लाइज यूनियन के जिला संगठन मंत्री सुनील चौहान ने बताया कि सरकार की कर्मचारी विरोधी नीति के कारण आज पूरे देश के कर्मचारियों एवं बेरोजगार नौजवान सरकार विरोधी रणनीति बनाकर सड़क पर उतरने को मजबूर है। सभा की अध्यक्षता एसपी पांडे व संचालन हरिश्चंद्र गिरी ने किया। इस अवसर पर छेदी शर्मा, रामाशीष, तौफीक, पंचानन राय, सुनील सिंह, रामचंद्र यादव, शिवशंकर मौर्य, वीरेंद्र कुमार चौबे, प्रशांत यादव, जगशेर सिंह, रामकेवल यादव, माता प्रसाद यादव, गुलाबचंद राय, सीताराम यादव, सहित भारी संख्या में बीएसएनएल कर्मी मौजूद रहे।
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