आज़मगढ़: जनपद में राज्य आवासीय विश्वविद्यालय की मांग को लेकर युवा व प्रबुद्धजन मंगलवार को 12वें दिन भी अनिश्चिकालीन क्रमिक अनशन पर दिन-रात डटे रहे। विश्वविद्यालय की मांग को समर्थन देने के लिये विभिन्न संगठनों के लोग अनशन पर समर्थन देने पँहुचे। अनशनकारी पूस की कड़ाके की ठंड में रात में भी झोपड़ी बनाकर अनशन स्थल पर डटे रहते हैं। अनिश्चित कालीन क्रमिक अनशन सभा को संबोधित करते हुए प्रवक्ता रामाश्रय उपाध्याय ने कहा कि जनपद के जनप्रतिनिधियों की इक्षाशक्ति के अभाव में अब तक जिले में विश्वविद्यालय नहीं बन पाया। समाजसेवी संतोष राय ने कहा कि विश्वविद्यालय आज़मगढ़ की सबसे महत्वपूर्ण मांग है। खरवार समाज के दीपू गोंड़ ने कहा कि आज़ विश्वविद्यालय आज़मगढ़ की सबसे बड़ी जरूरत है। इससे जनपद के नई पहचान उभरेगी। शिब्ली नेशनल पी0जी0कॉलेज के छात्र नेता अमित कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय जैसे मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर प्रयास करना चाहिए। शिक्षक रामानंद यादव ने जनपदवासियों का आह्वान किया कि आने वाली पीढ़ी के लिये विश्वविद्यालय के लिए एकजुट हों। छात्र नेता साहिल उपाध्याय ने कहा कि विश्वविद्यालय के मुद्दे पर हम सब प्रबुद्ध जन को एकजुट होना होगा। समाजसेवी रूदल सोनकर ने कहा कि सरकार की उदासीनता के चलते जनपदवासियों को विश्वविद्यालय के लिए अनशन करना पड़ रहा है। छात्र नेता सौरभ यादव ने कहा कि आज़मगढ़ में विश्वविद्यालय होना ही चाहिए। कर्मचारी नेता गुलाब राय ने कहा कि विश्वविद्यालय के मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों को राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर प्रयास करना होगा। दिन रात चलने वाले अनिश्चिकालीन क्रमिक अनशन में शुभांश राय, आर्यान्श, सुप्रिया राय, हर्ष पाण्डेय, मो0उबैद, रामप्यारे राय, पंचदेव यादव, रामसागर त्रिपाठी, नजीर अहमद मंसूरी, दूधनाथ स्नेही एडवोकेट, बाबूलाल, कन्हैया सोनकर, बृजेश सिंह, विवेक कुमार उपाध्याय, शिवबोधन उपाध्याय, प्रमोद कुमार सोनकर, राकेश गांधी, डॉ0सुजीत भूषण, दिलीप अग्रवाल, बालाजी भूषण शंकर आदि उपस्थित रहे।
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