आज़मगढ़ : 6 दिसंबर को बाबरी विध्वंस की बरसी पर एक तरफ जहाँ हिंदूवादी संगठन शौर्य दिवस मनाते नजर आये तो वहीं राष्ट्रिय उलेमा कौंसिल ने काला दिवस मनाया साथ ही प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने भी बांह पर काली पट्टी बाँध कर इसे काला दिन कह कर विरोध जताया। शहर के कई हिस्से जहां भगवा पताका से भरे थे तो कहीं में विरोध में काले झण्डे भी लगे रहे। पुलिस प्रशासन इसे लेकर विशेष सतर्क नजर आया। ओलेमा कौंसिल यूथ विंग व शिब्ली कालेज के छात्रों के तरफ से छह दिसंबर को काला दिवस मनाया गया। प्रदेश युवा अध्यक्ष नुरूल हुदा के नेतृत्व में छात्र-नौजवानों ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए मौन जुलूस निकाला। यह जुलूस पहाड़पुर से निसवां गली, तकिया, पहाड़पुर होते हुए शिब्ली कालेज पहुंचा और राष्ट्रपति को संबोधित पांच सूत्रीय मांग का पत्रक एसडीएम सदर को सौंपा। इस अवसर पर कमर कमाल, रविश, नजम शमीम, बेलाल, हमजा, सादिक, मो. अहमद, मो. आजम आजमी, कासिफ शाहिद, सद्दाम कुरैशी, मो. शाकिब, अबू साकिब, शहबाज रशादी, विशाल ¨सह आदि उपस्थित थे। दूसरी तरफ प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के लोगों ने मंडल प्रभारी पूर्व विधायक रामदर्शन यादव के नेतृत्व में बाहों पर काली पट्टी बाँध प्रदर्शन किया।
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