समाज के सभी वर्गो का सृजन मंच है, यह पुस्तक मेला - जिलाधिकारी
आजमगढ़ 10 दिसम्बर 2018-- जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी द्वारा शिब्ली नेशनल इंटर कालेज के परिसर में 19वें आजमगढ़ पुस्तक मेले का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि समाज के सभी वर्गो का सृजन मंच है, यह पुस्तक मेला। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ साहित्यकारों की धरती है और जब किताबें आती हैं तो ऐसा महसूस होता है कि रचनाकार खुद जिंदा हो गया है और उनके विचार संवाद के माध्यम से इस मंच पर स्थापित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ के लोग 1857 से लेकर आजादी तक न सिर्फ संघर्ष किये हैं बल्कि सृजन की नयी ऊंचाइयों को छूआ है। प्रियप्रवास, वोल्गा से गंगा जैसी सैकड़ों रचनाएं आजमगढ़ की विरासत है तो वही 1883 में शिब्ली नोमानी द्वारा स्थापित यह कैम्पस आज के लोकतान्त्रिक का जिंदा उदाहरण है। जिलाधिकारी ने कहा कि साहित्यकार, शिक्षक, विद्यार्थी जब एक छत के नीचे बैठेंगे तो समाज बेहतर दिशा में गतिशील होगा। इस अवसर पर विद्यार्थियों और युवाओं को संबोधित करते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने कहा कि किताबें भविष्य को बेहतर रास्ता दिखाती हैं। उन्होेंने कहा कि आजमगढ़ के सभी शिक्षकों के लिए यह साहित्य का तीर्थ है। आई.एफ.एस.अधिकारी संजय विसवाल ने कहा कि किताबें युवाओं को भटकाव की जगह सार्थक दिशा प्रदान करती हैं। शिब्ली इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डा नसीम अहमद ने कहा कि बिना पढ़े कोई बेहतर मनुष्य नहीं बन सकता। शिब्ली एकेडमी से आये जनाब फखरूल इस्लाम ने कहा कि आजमगढ़ गंगा-जमुनी तहजीब का शहर है और यह मेला गंगा-जमुनी तहजीब को जिंदा रखने का एक प्रयास है। शिब्ली नेशनल पी.जी. कालेज के प्राचार्य डा. ग्यास असद खां ने कहा कि शिब्ली सोसायटी द्वारा संचालित यह मेला सभी विद्यार्थियों के लिए समस्त विचारधाराओं के साक्षात्कार का उत्सव है। मेले के समन्वयक संस्कृतिकर्मी राजीव रंजन ने कहा कि सुबह के सत्र में विद्यार्थियों की उपस्थिति व शाम को नागरिक संवाद पुस्तक मेले की सफलता का आश्वासन है। जिला विद्यालय निरीक्षक वी.के. शर्मा ने कहा कि जिले के सभी शिक्षकों के लिए यह मेला शैक्षणिक भ्रमण के लिए एक अवसर की तरह है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के घनश्याम पटेल, प्रसिद्ध साहित्यकार जगदीशचन्द्र बरनवाल ‘कुन्द’, शिब्ली एकेडमी के मौलाना उमेर सिद्दकी, सामयिक कारवां के संपादक मंडल के सदस्य डा. रविन्द्रनाथ राय एवं कन्हैयालाल सहित सामाजिक कार्यकर्ता शेषनाथ राय सहित सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थी/शिक्षक/नागरिक उपस्थित रहे। आजमगढ़ पुस्तक मेले के इस आयोजन में शिब्ली एकेडमी की विशेष भूमिका रही। दिनांक 11 दिसम्बर को प्रकाशन संस्थान दिल्ली की पहल पर ‘किसान समाज और स्वामी सहजानंद सरस्वती’ विषय पर विमर्श का आयोजन किया जायेगा। इस अवसर पर बनारस से प्रख्यात साहित्यकार राघव शर्मा मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत करेंगें। विद्यार्थियों के लिए सुबह के सत्र में सड़क सुरक्षा थीम पर चित्रकला व चित्रकथा कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। आजमगढ़ पुस्तक मेले में करीब 20 प्रकाशकों जैसे-शिब्ली एकेडमी, नेशनल बुक ट्रस्ट भारत सरकार, प्रकाशन संस्थान, नयी किताब, मेधा बुक्स, किताब घर, उर्दू अकादमी लखनऊ, ज्ञानपीठ, राजकमल, लोकभारती जैसे संस्थानों ने हिस्सा लिया है ।
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