प्लास्टिक सर्जरी के माध्यम से शरीर के कटे अंग समय रहते हो सकते हैं ठीक -सुबास सिंह,प्लास्टिक सर्जन
आजमगढ़ :: वैसे तो सरकारी अस्पतालों को दोयम दर्जे का समझा जाता है , लेकिन अगर व्यवस्था पर भरोसा रखा जाए और जिम्मेदार को अपनी पीड़ा सही तरीके से व्यक्त की जाए तब तस्वीर कुछ दूसरी हो सकती है। ऐसा ही मामला आज संयुक्त मंडलीय चिकित्सालय में देखने को मिला जहाँ प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर सुबाष सिंह ने कुत्ते के हमले से जख्मी एक मासूम बच्चे की घायल नाक की सफल सर्जरी की । सरकारी अस्पताल में इस तरह की उच्च तकनीक का उपलब्ध होना चकित करता है वहीँ सिस्टम के प्रति आम लोगों में विश्वास बढ़ाता है। ऐसा ही हुआ जब मऊ जनपद के बस्तीपार चिरैयाकोट निवासी संजय यादव के 3 वर्षीय बेटे ऋषभ यादव उम्र 3 साल को 2 दिन पहले कुत्ते ने हमला कर जख्मी कर दिया था जिसमें उसकी नाक का अगला भाग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था या कहिये की ख़त्म गया था । आर्थिक समस्या और अन्य कारणों से घायल बालक के परिजन उसे संयुक्त मंडलीय चिकित्सालय आजमगढ़ ले आये। जहाँ शुक्रवार को प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर सुबाष सिंह ने बच्चे के गाल से त्वचा निकाल कर बालक की क्षतिग्रस्त नाक की सफल सर्जरी कर दी । इसके बाद वार्ता में डॉक्टर सिंह ने बताया कि प्लास्टिक सर्जरी के माध्यम से शरीर के कटे अंगों को समय रहते ठीक किया जा सकता है आवश्यकता केवल समय से पंहुच जाने की है ।
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