आजमगढ़: विकास भवन में दो अधिकारियों के बीच भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी को लेकर हाथा-पाई, गाली-गलौज होना और फिर समझौता हो जाना, भ्रष्टाचारियों की गोलबन्दी व दबंगई का संकेत दे रहा है। इस पर चर्चा करने व जांच कर कार्यवाही कराने के लिए अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए भारत रक्षा दल के कार्यकर्ताओ ने कुंवर सिंह उद्यान में बैठक कर रणनीति तैयार की।डा. राजीव पाण्डेय ने कहा कि विकास भवन के कुछ पटल तो भ्रष्टाचार के अड्डे बन चुके हैं यह सर्वविदित है। इस पर 19 नवम्बर की घटना ने पुष्टि भी कर दिया। विकास विभाग का मुखिया कह रहा है कि कुछ चेहरे बडे़ भ्रष्टाचार कर रहे हैं तो उससे हाथापाई, गाली-गलौज और उसकों धमकी देना, कार्यो का भुगतान जांच के बाद करने का निर्देश देने पर उसके खिलाफ लाभबन्दी करके कामबन्द करवाकर भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुके कुछ चेहरों द्वारा विकास भवन में अफरा-तफरी का माहौल पैदा करना अपराध है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच कराकर कार्यवाही होनी चाहिए। अब विकास भवन के कुछ अधिकारियों, बाबूओं जो भ्रष्टाचार के बूते अकूत धन-सम्पत्ति के मालिक बन बैठे हैं सबकी जांच होनी चाहिए। उमेश सिंह गुड्डू ने कहा कि विकास भवन में सब शांति से सरकारी पैसे को बांट खाये जा रहे हैं। एक अधिकारी का जमीर जग गया, उसने कमीशनखोरी रोकने के लिए टोका-टोकी कर दी और जांच के बाद ही कार्यो के लिए भुगतान की बात कह दी तो भ्रष्टों का एक सरदार भड़क गया और अपने कुछ सूबेदारों के द्वारा हंगामा करवा दिया। विकास भवन के कुछ चेहरें जो सरकारी माफिया हैं ने एक बड़े अधिकारी को झुका दिया, इन सबों के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो कोई भी अधिकारी भ्रष्टाचार के विरूद्ध खड़ा नहीं होगा, सरकारी धन की बंदरबांट करने वलो समझ जाय यह पैसा उनके बाप का नहीं बल्कि हमारा है हमें अब अपने पैसे का हिसाब लेना होगा। अन्त में सर्वसम्मत से तय हुआ कि उक्त प्रकरण जिससे भ्रष्टाचार के गढ़ में लीक हुई है को पकड़कर पूरे मामले की व कुछ चेहरे जो दशकों से भ्रष्टाचार व माफियागिरी कर रहे हैं को जनपद से हटाये जाने की मांग शासन प्रशासन से करेंगें। बैंठक में प्रमुख रूप रवि प्रकाश, मो0 अफजल, दुर्गेश, अतुल, कौशलेन्द्र, नसीम, जावेद अंसारी, धर्मवीर, प्रवीण कुमार, नीशिथ रंजन, दिनेश, आदर्श, मनीष, घनश्याम, गणेश, टीपू, अरूण, विक्की विजय गौतम आदि लोग उपस्थित रहे।
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