आजमगढ़। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण को गति प्रदान करने के लिए रास्ते में पड़ने वाले अवरोधों का चिह्निकरण कर लिया गया है। संबंधित विभागों को अवरोध हटाने के लिए कहा गया है। एक्सप्रेस-वे के रास्ते में 94 स्थानों पर 180 निर्माण हैं। लोक निर्माण विभाग को इनका मूल्यांकन करने का निर्देश दिया गया है। रास्ते में 15 एचटी लाइनें और तीन विद्यालय आ रहे हैं। इनकी शिफ्टिंग भी की जाएगी। रास्ते में आ रहे चार मंदिरों को भी हटाया जाएगा। लखनऊ के चांदसराय से गाजीपुर के हैदरिया तक बनने वाले 340.42 किमी लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का 84 किमी हिस्सा जनपद के चार तहसीलों के 112 गांवों से होकर गुजर रहा है। एक्सप्रेस-वे के निर्माण को गति प्रदान करने के लिए रास्ते में आने वाले अवरोधों को चिह्निकरण कर लिया गया है। अब इसे हटाने की कवायद भी शुरू कर दी गई है। पीडब्ल्यूडी को इनका मूल्यांकन करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मूल्यांकन के बाद किसानों को मुआवजा देकर इन्हें तोड़ने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। निर्माण के लिए 15 एचटी लाइनों को भी शिफ्ट किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी बिजली विभाग को सौंपी गई है। रास्ते में चार मंदिर और तीन विद्यालय भी आ रहे हैं। इसमें फूलपुर के निजामपुर में जूनियर हाईस्कूल और इसके पास प्राथमिक स्कूल भी है। सदर तहसील के किशुनदाशपुर में एक इंटर कालेज इसकी परिधि में आ रहा है। संबंधित तहसीलों को इन सभी के लिए जमीन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। हजारों पेड़ों की भी की जाएगी कटाई आजमगढ़। 84 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे की जद में आ रहे हजारों फलदार और छायादार पौधों को काटना पड़ेगा। इसमें पैकेज छह में 2199 पेड़ आ रहे हैं। इसके अलावा पैकेज पांच और सात में भी हजारों पेड़ इसकी जद में आ रहे हैं। हालांकि दोनों कंपनियों की ओर से इसकी सूची अभी सौंपी नहीं गई है। इन सभी पेड़ों की कटाई जल्द की जाएगी। इसके एवज में नियमानुसार पौधरोपण किया जाएगा। कई हैंडपंप भी रास्ते की जद में आ रहे हैं, जिसे हटवाया जाएगा। मुख्य राजस्व अधिकारी अलोक वर्मा ने बताया की पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण में आने वाले अवरोधों को चिह्नित कर लिया गया है। निर्माण को गति प्रदान करने के लिए इन्हें हटाने की कवायद शुरू की जा रही है। मूल्यांकन आदि तय होने के बाद इसे हटवाना शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद निर्माण में तेजी आ जाएगी।
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