मजनुओं की आयी शामत,पंडाल सुरक्षा व रुट डायवर्सन में रहा झोल
रानीकीसराय/आजमगढ़: कस्बें का ऐतिहासिक मेला रविवार को धूम धाम से परम्परागत ढंग से मनाया गया। मेला सम्पन्न होने के साथ ही पूजा कमेटिया प्रतिमा विसर्जन में जुट गयी हैं । सोमवार को विसर्जन होगा और रूट डायवर्जन रहेगा। जिले में विशिष्ट स्थान रखने वाले कस्बें के एतिहासिक मेले की तैयारी एक सप्ताह से चल रही थी, इस बार भी एक दर्जन कमेटियो द्वारा दुर्गा प्रतिमा स्थापित की गयी थी। रविवार को दोपहर बाद से मेले की भीड़ शुरू हुई तो भोर तक चलीं। लोग देवी पाण्डालो पर दर्शन कर निहाल होते रहें।इलेक्ट्रानिक ब्यवस्था द्वारा महिसासुर की गर्दन कटने का प्रसंग देखने के लिए काफी भीड रही। बच्चे झूले और खिलौने का आनन्द लेते रहे। मेले में मंहगाई की मार का असर दिखा। मिठाई से ज्यादा चोटहिया जलेबी की खुश्बू भी खूब रही। कृषि यंत्रो की बिक्री के साथ मेले में विद्युत सजावट भी खूब रही। एक दूसरे से सटी रहने के चलते कमेटियो आकर्षक सजावट के चलते शाम होते ही क्षेत्र रोशनी से जगमगा उठा। सभी कमेटिया ने एक दूसरे से आगे निकलने में कोई कसर नही छोड़ रखी थी। कई कमेटियो द्वारा नाटक नृत्यकला की भी प्रस्तुति की । सक्रिय रहे मजनूओ की महिलाओं के साथ पूजा कमेटियों ने ली खबर,चेन छीनने की भी हुई घटनाएं रानी की सराय: मेले के दौरान इस बार भी मजनूओ का आंतक छाया रहा। कई स्थानो पर महिलाओ ने उनकी खबर ली और कमेटियो के सदस्यो ने भी जमकर पीटा। कस्बें के मेले के दौरान दर्शनाथ आई कई महिलाओ की उचक्को ने चैन उडा दी। शिकार महिलाए रोते हुए घर को चली गयी। एक भी उचक्का गिरप्त में नही आ सका। मेले में ज्यो ही भेद बढी उचक्के सक्रिय हो गये और पुलिस का सुरक्षा चक्र टूट गया। पाण्डाल की सुरक्षा भगवान भरोसे रही, रूट डायर्वजन खोखला साबित मेले में इस बार एक भी पाण्डाल पर सुरक्षा की दृष्टि से सिपाही तो दूर होमगार्ड के एक जवान भी नजर नही आया । जबकि एक दिन पूर्व ही बताया गया था की सिपाही डियूटी पर तैनात रहेगें। मामले को लेकर कमेटी सदस्यो में रोष दिखां। पुलिस संख्या बल भी इस बार कम रही। कस्बें का मेल यू तो पूरे पूवार्चंल में स्थान रखता है इसलिए मेले की एतिहासिकता को देखते पहले से ही प्रशासन चैकन्ना रहता है , आजमगढ़ - वाराणसी मार्ग पर होने से यहाँ सबसे महत्वपूर्ण रूट डायवर्जन की प्रक्रिया है इस बार मेले के एक दिन पहले चेकपोस्ट और बेलइसा से रूट डायवर्जन कर दिया गया था । हालात यह रहे की भोर में अखबार का बंडल ले कर आने वाले वाहनो को चेकपोस्ट पर तैनात पुलिस ने जहा वाहन को अंदर नही जाने दिया वही जबरन अखबार की प्रतिया ली गयी। जबकि अन्य कई वाहनो का परचित बताकर धडल्ले से अंदर प्रवेश करा दिया गया। इससे भी बदतर दशा रविवार को मेले के दिन रही। वाहनो के अंदर प्रवेश करने से जहा सजावट की झालर आदि क्षतिग्रस्त होती रही वही चार पहिया वाहन तक अंदर प्रवेश करने से परेशानी होती रही।
Blogger Comment
Facebook Comment