लालगंज/आजमगढ़। भारत बंद के अवसर पर लालगंज में समाजवादी पार्टी ही मुखर दिखाई दी। साथ में वाम मोर्चा तथा कांग्रेस कार्यकर्ता भी इनके साथ थे। सपा कांग्रेस तथा वाम कार्यकर्ताओं ने विभिन्न प्रकार के नारे लगाते हुए एसडीएम लालगंज प्रियंका प्रियदर्शी को एक ज्ञापन सौंपा। एसडीएम लालगंज के माध्यम से राज्यपाल को संबोधित इस ज्ञापन में मांग की गई है कि आरएसएस का एजेंडा जातिवाद एवं सांप्रदायिकता के कारण समाज को तोड़ने वाली उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने शासन में आपातकाल जैसा माहौल पैदा किया जा रहा है। बाबा साहब अंबेडकर के संविधान के साथ आये दिन हमले हो रहे हैं। गरीब कमजोर मजदूर दलित पिछड़े अल्पसंख्यक के साथ घोर अन्याय अत्याचार और मेहनत कश किसानों के साथ धोका व सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। प्रदेश में चौतरफा महिलाओं बहन बेटियों के साथ दुष्कर्म, हत्या आदि घटनाओं की बाढ़ आ गई है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार घटनाओं को रोकने में पूरी तरह विफल है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया की स्वतंत्र आवाज को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। किसान मजदूर नौजवान के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। अखिलेश जी के समाजवादी पार्टी की सरकार के समय जिन बेरोजगार नौजवानों को रोजगार मिला था उनसे भी रोजगार छीना जा रहा है जिससे लाखों को बेरोजगार होना पड़ रहा है। उन पर फर्जी मुकदमे लगाकर जेल भेजा जा रहा है। किसानों को अपनी फसल का मूल्य मांगने के लिए उन्हें लाठी खाना पड़ रहा है। दिन ब दिन बढ़ती महंगाई से आम आदमी का जीवन दुर्लभ हो गया है। सैकड़ों किसान नौजवान आत्महत्या कर चुके हैं। सत्ता के नशे में भाजपा सरकार संवेदन शून्य हो गई है। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय व उच्च न्यायालय को टिप्पणी करनी पड़ रही है किंतु उत्तर प्रदेश की सरकार गूंगी-बहरी बनी हुई है। समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार बिगड़ती कानून व्यवस्था किसानों, पिछड़ों अल्पसंख्यकों महिलाओं बच्चियों छात्र-छात्राओं की समस्याओं लेकर महामहिम जी आपके द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार का ध्यान आकृष्ट किया जा रहा है परंतु लगातार इसका अनसुना कर दिए जाने के कारण बाध्य होकर ज्ञापन के जरिए मांग करते हैं कि कानून व्यवस्था, दिनदहाड़े लूट, हत्या, बलात्कार, महिला उत्पीड़न, नारी निकेतन बालिका संरक्षण विभाग भ्रष्टाचारियों का शोषण किसानों के बकाया कर्ज माफी मूल्य समर्थन योजना के अंतर्गत द्वारा किसानों का शोषण तथा किसानों द्वारा आत्महत्या किया जाना, विश्वविद्यालय, महाविद्यालय में बेतहाशा वृद्धि में छात्रों का उत्पीड़न बंद होना चाहिए। इस अवसर पर पूर्व विधायक बेचई सरोज, हामिद अली एडवोकेट, राज नरायन यादव, गंगादीन, लल्लन यादव, रामप्यारे यादव, मोहम्मद ताहिर, महेश सोनकर, पांचू यादव, नूर आलम, कंता यादव, शिव प्रकाश यादव, अहेमर वकार, गोल्डी राय, ओमप्रकाश मिश्रा समेत बहुत से लोग मौजूद रहे।
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